दोगले रवैया में नेपाल की हुकूमत: शासन और प्रशासन की हलग अलग कायदे, पूरे विश्व मे बना मजाक का केंद्र
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सोनौली।महराजगंज
नेपाल सरकार ने भारतीय पर्यटकों को राहत देते हुए इस वर्ष के बजट भाषण में भारत से नेपाल आने वाले पर्यटकीय वाहनो से लगने वाले आरटीओ शुल्क को हटा लिया है। लेकिन रविवार असज तीसरे दिन भी भैरहवा भन्सार कार्यालय प्रांगण मे बने यातायात कार्यालय रुपेन्दही के अधिकारी आज भी आरटीओ शुल्क के नाम पर 600 नेपाली मुद्रा प्रतिदिन के हिसाब से वसूली कर रहे है।
रविवार की दोपहर सोनौली सीमा से नेपाल जाने वाले पर्यटक किशन कुमार राजपूत निवासी राजस्थान, सचिन चौधरी निवासी आगरा ने बताया कि, उन्होंने अपने वाहन का नेपाल कस्टम कराया जिसके बाद यातायात शुल्क के लिए बोला गया, यह भी बताया गया कि, यातायात शुल्क बिना नेपाल प्रेवश किया तो वाहन को जब्त कर लिया जाएगा।
हालांकि शनिवार को भी इस तरह के मामले देखने को मिला था, उस समय प्रदीप मिश्रा निवासी गोरखपुर अपनी शिकायत लेकर व्यापार मंडल अध्यक्ष सोनौली के सुभाष जायसवाल के पास पहुचे और बताया कि नेपाल ने भारतीय वाहनो पर लगने वाले आरटीओ शुल्क को हटा दिया है। लेकिन वृहस्पतिवार को शुल्क हटाने के नियम के बाद भी शुल्क लिया जा रहा है। सुभाष जायसवाल ने बताया कि इसकी शिकायत नेपाल भन्सार अधिकृत से किया गया है।
व्यापारी अर्जुन, संतराम, शुभम का कहना है एक तो यह नियम सिर्फ इस बॉडर पर ही लागू था, अन्य कही नहीं था, अब बजट मे आने के बाद भी लिया जा रहा । उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के नगर अध्यक्ष बबलू सिंह ने विरोध जताते हुए कहा कि नेपाल सरकार भारतीय पर्यटकों को सहूलियत देने के लिए अतिरिक्त शुल्क हटा दी है जबकि अधिकारी नियम विरुद्ध वसूली कर रहे है।
बात करे नेपाल के दोगले रवैये की तो यह कोई नई बात नही जब शासन और प्रशासन अलग अलग पटरी पर चलते है यह नेपाल के राजशाही समापन के बाद से चली आ रही है, हालांकि इस संबंध में दो टूक में जवान देते हुवे भैरहवा कस्टम चीफ राम प्रसाद रेगमी नें कहा आरटीओ शुल्क के लिए यातायात कार्यलय से बात हो रही है। जल्द मामला सुलझ जायेगा।
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