नेपाल में भारतीय मुद्रा प्रचलन ठप: भारतीय सीमाई इलाकों में नेपाली मुद्रा की बढ़ी मांग
सोनौली महराजगंज।
भारत का पड़ोसी व ओरण रूप से पर्यटन प्रमुखता वाले देश की श्रेणी नेपाल में भारतीय लोगो के लिए एक के बाद एक मुशीबतों का सबब बनता जा रहा है, नेपाल में भारतीय मुद्रा प्रचलन ठप होने के बाद अब भारतीय पर्यटक नेपाल जाने के बजाय भारत के विभिन्न पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे है।
नेपाल में जहा एक तरफ भारतीय मुद्रा का खुलेआम बहिस्कार करने की साजिश चल रही है, वही दूसरी तरफ भारतीय मुद्रा को नेपाली मुद्रा से बदलने का कारोबार सरहदी क्षेत्रो में जम कर हो रहा है।
सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि, कैसिनो संचालक व होटल कारोबारी भारतीय क्षेत्र के बेरोजगार युवाओ व कुछ कारोबारियों से सांठगांठ कर लाखो रुपये नेपाली मुद्रा भारत पहुचा रहे है, जिससे नेपाल आने वाले पर्यटकों एवं दर्शनार्थियों को नेपाली रुपिया भरपूर मात्रा में उपलब्ध हो सके।
भारतीय सीमा में बढ़ी नेपाली मुद्रा की मांग, सटोरिया गैंग उठा रहा लाभ
नेपाल में भारतीय मुद्रा परिचालन ठप होने से भारत के सरहदी कस्बो में नेपाली मुद्रा की भारी मांग हो रही है, नेपाल पर्यटन से जुड़े सूत्रों की माने तो रोजाना करीब 60 से 80 लाख नेपाली रुपयों की जरूरत लोगो को होती है, आज नेपाल की स्थिति यह है कि, नेपाल में बड़े नोट हो या छोटे नोट सभी भारतीय मुद्रा का प्रचलन नेपाल के गांव से लेकर शहर तक बंद है, सूत्रों ने बताया कि, नेपाल में आने के लिए लोगो को नेपाली रुपये की जरूरत होगी, ऐसे में नेपाल पर्यटन से जुड़े लोगों ने नेपाल भ्रमण करने वाले पर्यटकों के अवश्यकताओं को देखते हुवे इसकी पूर्ति करने के लिए भारत मे ही नेपाली रुपये उपलब्ध करा दिए है।
सोनौली बॉर्डर पर किराने और मोबाइल से लेकर कपड़े के दुकानों पर बदले जा रहे भारतीय मुद्रा
नेपाल संवाद सूत्रों की माने तो भारतीय कस्बो में भरपूर मात्रा में नेपाली मुद्रा उपलब्ध है, जिससे नेपाल आने वाले भारतीय पर्यटकों को भारत मे ही नेपाली मुद्रा उपलब्ध हो जा रही है, पूर्वरत नेपाल के बेलहिया और भैरहवा में दर्जनों मनी एक्सचेंज काउंटर सक्रिय थे, जो भारतीय सहित विदेशी मुद्रा एक्सचेंज करते थे, मगर अब इन मनी एक्सचेंज काउंटर पर भारतीय मुद्रा छोड़ कर बाकी देशों के मुद्रा एक्सचेंज किया जा रहा है। वही अब नेपाली मुद्रा एक्सचेंज का सबसे बड़ा हब सोनौली बॉर्डर बन गया है, यहां किराने की दुकानों से लेकर मोबाइल रिपेयरिंग करने वाले व कपड़े के कारोबारी तक इस धंधे में संलिप्त है।
नेपाल में भारतीय मुद्रा बहिस्कार का लाभ सीधा भारतीय लोगो को दिया जा रहा है, सूत्र बताते है कि, नेपाल से 100 रुपये का 160 आ रहा है, जबकि भारतीय कारोबारी लोगो को 100 का 145 दे रहे है, लुम्बिनी सांस्कृतिक पर्यटन क्षेत्र से जुड़े मणि खनाल का कहना है कि, हमे सिर्फ पर्यटकों को रिझाने व उनको सहूलियत देने से मतलब है, नेपाल में भारतीय मुद्रा परिचालन ना होने से एक बारगी लगा कि, पूरा पर्यटन ध्वस्त हो जाएगा मगर लोगो को भारत मे ही नेपाली रुपिया मिलने से लोग अब भी आ रहे है।
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