सहारा इंडिया बैंक, सोनौली शाखा के सामने प्रदर्शन करते हुवे आत्मदाह करने को विवश हूं, जिसकी सारी जिम्मेदारी बैंक मैनेजर बन्दना सिन्हा व सहारा इंडिया परिवार की होगी: पीड़ित महिला
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
सोनौली/महराजगंज
सहारा इंडिया परिवार के नाम से बैंकिंग सेक्टर चला कर लोगो का सहारा बनने का ढोंग कर रहे सुब्रत राय ने अपने ही जमा कर्ताओं को एक एक पैसे के लिए लाचार कर दिया है, आज स्थिति यह है कि बैंक के कर्मचारी कुछ भी सुनने के मूड में नजर नही आते है, सभी हदों को तोडने में माहिर सोनौली स्थित सहारा शाखा है, यहां नियुक्त ब्रांच मैनेजर सीधी मुह बात ही नही करती है, ना किसी की मजबूरी समझती है।
सहारा इंडिया परिवार आज एक परिवार की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ कर रहा है जो बड़ी ही शर्मनाक करतूत है, इस परिवार की मुखिया एक महिला है जिसकी पुत्री की शादी इसी माह होना तय हुआ है, अगर समय से पैसे नही मिले तो इस परिवार की मान सम्मान सब मिट जाएगा, कैसे यह परिवार अपने मान सम्मन व प्रतिष्ठा को बचाए।
"सहारा ने किया बे-सहारा, विधवा बे-सहारा महिला जमाकर्ता ने एसडीएम नौतनवा से लगाई पैसे दिलाने की गुहार"
जानकारी के लिए बताते चले कि, गौतम बुद्ध नगर वार्ड नम्बर 5, नगर पंचायत सोनौली की विधवा महिला के पति ने परिवार के उज्ज्वल भविष्य को लेकर सहारा इंडिया परिवार के बैंक में लाखों रुपये जमा करा दिया था, जो कि काफी समय पहले ही भुगतान हो जाना चाहिए था, मगर अभी तक नही हुआ, पीड़िता ने बताया कि बैंक की मैनेजर ने जो भी डॉक्यूमेंट मांगा वह दिया गया फिर भी सोनौली सहारा बैंक की ब्रांच मैनेजर बन्दना सिन्हा द्वारा मेरे पैसे के भुगतान को लेकर लगातार टालमटोल किया जा रहा है, पीड़िता ने रोते हुवे कहा कि, अब तो मेरे मान सम्मान व प्रतिष्ठा दाव पर है, ऐसे में अगर बिटिया की शादी रुक गई तो मैं समाज मे मुंह दिखाने के लायक नही रहूंगी, ऐसे में मेरे पास सिर्फ एक ही रास्ता है कि, सहारा इंडिया बैंक, सोनौली शाखा के सामने प्रदर्शन करते हुवे आत्मदाह करने को विवश हूं, जिसकी सारी जिम्मेदारी बैंक मैनेजर बन्दना सिन्हा व सहारा इंडिया परिवार की होगी।
पीड़ित महिला ने नौतनवा एसडीएम से लिखित रूप में मदद की गुहार लगाई है, अब देखने वाली बात यह है कि क्या महिला के मान सम्मान व प्रतिष्ठा की रक्षा होती है, या फिर एक बिटिया को परिवार से हाथ धोना पड़ सकता है, सहारा ने किया बे-सहारा
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