आखिर क्या बला है “गली नम्बर 3” महा एपिसोड पार्ट 01 में जानिए कुछ विशेष
गली नम्बर 3 में तस्करो ने बनाया अवैध गोदाम: सैकड़ो टन देशी विदेशी सामान हुआ तस्करी के लिए डंप
सोनौली महराजगंज
भारत से नेपाल में प्याज के बाद अब चावल की तस्करी चरम पर पर है, बताया जाता है कि, सरहदी सीमाई कस्बा सोनौली में तस्करी का सुरक्षित अड्डा और तस्करों को संरक्षण देने वाला माफिया अपने रिश्तेदार के आवास सहित कई रिहायशी मकानों में अवैध गोदाम बना कर सैकड़ों टन चावल को डंप कर मौका देख नेपाल भेजने का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है।
8 किमी का सफर तय कर ई रिक्शा द्वारा आने वाले यह चावल के 7 से 8 बोरियों को एक बार लाया जाता है जो करीब एक दिन में 25 ई रिक्शा खेप को पूरा करने हेतु मुख्य भूमिका में होते है, अवैध गोदामो में इन्हें डंप कर सरहद की सुरक्षा एजेंसियों के नाक के नीचे तस्करी धड़ल्ले से जारी है। कस्बे के कई मार्गो में दर्जनों बने अवैध गोदामों में चावल को डम्प कर तस्करी के माध्यम से साइकिल द्वारा नेपाल पहुचा दिया जा रहा है।
अनसुलझी पहेली गली नम्बर 3 से जुड़ी बड़ी खबर: तस्करी और तस्करो का पनाहगार बना, दर्जनों गोदाम, सैकड़ो तस्कर, फिर भी सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से दूर क्यो...?
विदित हो कि, सरहदी कस्बा सोनौली में दर्जनों गोदामो में चावल को ब्रेक कर नेपाल पहुचाने का काम बड़े ही अनोखे अंदाज में किया जा रहा है, सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली कि, यह तस्कर अब ठेले वालो के आवासीय मकानों को गोदाम के रूप में उपयोग कर रहे है, जिससे यह सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में खुलेआम धूल झोल पाने में कामयाब है, और इनकी आड़ में तस्कर मालामाल हो रहे है।
जानकारों का मानना है कि, यह तस्कर अब ठेला कारोबारियों के गोदामो का भरपूर उपयोग कर रहे है, इन ठेला कारोबारियों के आड़ में तस्करी में संलिप्त तत्व तस्कर मलाई काट रहे है।
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