नेपाल: आयात और निर्यात दोनों गिरे, दिवालियापन होने के कगार
काठमांडू डेक्स।
भारत के पड़ोसी व मित्र राष्ट्र के रूप में विख्यात नेपाल को अब तक की सबसे बड़े नुकसान के दौर से गुजरना पड़ रहा है, जिसका खुलासा नेपाल अर्थ विभाग ने स्वयं किया है। इस खुलासे से ज्ञात होता है कि, नेपाल देश दिवालिया के कगार पर खड़ा हो गया है।
नेपाल सीमा शुल्क विभाग की जारी आंकड़ों के मुताबिक, नेपाल की अर्थव्यवस्था में आंतरिक मांग नही बढ़ने व आयात और निर्यात दोनों कम होने से चालू वित्त वर्ष के 7 महीनों में आयात 2.31 फीसदी और निर्यात 7.07 फीसदी घट गई है।
जारी आकड़ो के मुताबिक जनवरी मध्य तक की अवधि में 8 खरब 97 अरब 94 अरब 38 लाख रुपये का माल आयात किया गया है, जो कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 1 खरब 81 खरब 71 अरब रुपये कम है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में आयात 9 खरब 19 अरब 1653 करोड़ रुपये का था।
इस दौरान नेपाल का विदेशी व्यापार 9 खरब 84 अरब 77 करोड़ 48 लाख रुपये के बराबर रहा। जो पिछले वित्तीय वर्ष से 2.75 फीसदी कम है. पिछले साल इसी अवधि में 10 खरब 12 अरब 59 करोड़ 76 लाख रुपये का विदेशी व्यापार हुआ था.
विभाग के मुताबिक इस दौरान नेपाल का व्यापार घाटा 8 खरब 11 अरब 112 करोड़ रुपये के बराबर है. जो पिछले वित्तीय वर्ष से 1.77 फीसदी कम है. पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान, रुपये के व्यापार में भारी नुकसान हुआ है।
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