बॉर्डर से बैठ रहे यात्री, सुरक्षा के लिये बनी चुनौती - प्रथम 24 न्यूज़

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बॉर्डर से बैठ रहे यात्री, सुरक्षा के लिये बनी चुनौती


प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
सोनौली महराजगंज।

भारत नेपाल बॉर्डर की चर्चा आजकल तहसील क्षेत्र ही नही अपितु जिला से लेकर प्रदेश और देश की राजधानी तक है, यह चर्चा विकाश या योजनाओं की नही बल्कि भारत नेपाल बॉर्डर के सबसे अतिसंवेदनशील बॉर्डर  सोनौली में सक्रिय ई रिक्शा चालकों एवं टैक्सियों की है। बॉर्डर से सवारी उठा कर यह ई रिक्शा चालक यात्री को शॉर्ट कट मार्ग से न्यू एसएसबी रोड होते हुवे बॉर्डर से 7 किमी दूर निकल जाता है, जिससे यात्री कौन है कहा जा रहा है, कैसा है यह सुरक्षा एजेंसियों को ज्ञात ही नही हो पाता है।

विदित हो कि, 22 और 26 जनवरी को लेकर जहा सुरक्षा के सारे इंतजामात पुख्ता किये गए है वही भारत नेपाल बॉर्डर सवारी उठाना बेहद संवेदनशील है। जबकि नियमानुसार नेशनल हाइवे पर ई रिक्शा को चलने की अनुमति नही है, ऐसे में भारत नेपाल के अतिसंवेदनशील बॉर्डर के महज चंद कदम दूर सवारी उठाना बड़ा सवाल खड़ा करता नजर आ रहा है। ऐसे ही एक नियम में इन ई रिक्शा को चौक चौराहों से 100 मीटर दूर से सवारी उठाने की अनुमति है, वही एक नियम में यह ई रिक्शा सिर्फ तीन से चार सवारी उठा सकते है, मगर सोनौली से नौतनवा तक 8 से सवारी नजर आते है।


नोमेन्स लैंड से लेकर रामजानकी चौक तक ई रिक्शा और टैक्सियों की भरमार रहती है, वही ई रिक्शा का नोमेन्स लैंड से लेकर रामजानकी चौक तक बाजार लगा रहता है। इस दरमियान कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नेपाल से आ कर ई रिक्शा में बैठ किसी जांच एजेंसी के नजर में आये बिना भारत पहुचने से इनकार नही किया जा सकता है। हालांकि मुख्य बॉर्डर पर सुरक्षा के सभी इंतजामात है मगर दो नम्बर एवं तीन नम्बर गली के बाद सबसे चर्चित प्रेम नगर कालोनी की सीमा पूरी तरह खुली हुई है। इन चोर मार्गो से होकर कोई भी बिना जांच पड़ताल के भारत से नेपाल आ जा सकता है।

नौनिहालों के हाथो में ई रिक्शा

वही सुरक्षा मानकों को धता बताते हुवे नौनिहाल ई रिक्सा की मजे लेकर सवारी करते नजर आ रहे है मगर स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक तक प्रतीत होती नजर आ रही है। सोनौली में 14 से 17 वर्ष के नौनिहालों के हाथो में ई रिक्शा सबसे बड़ा सवाल उतपन्न कर रहा है। इन दिनों ई रिक्सा चालको की जम कर चर्चा हो रही है, बताया जा रहा है कि, नौनिहालो के नाजुक हाथो में स्टेयरिंग पकड़ा कर अभिभावक घर पर मौज छान रहे है, जबकि नौनिहाल चालक खतरे की हॉर्न बजाते हुवे बे-धड़क, बे-रोक टोक ई रिक्सा पर सवारी के साथ सैरसपाटा कर रहे है।

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