Earthquake in Nepal: नेपाल जाजरकोट भूकम्प से भयभीत लोग घरों के बाहर सो रहे: भयावह दिल दहलाने वाली तश्वीर - प्रथम 24 न्यूज़

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Earthquake in Nepal: नेपाल जाजरकोट भूकम्प से भयभीत लोग घरों के बाहर सो रहे: भयावह दिल दहलाने वाली तश्वीर


काठमांडू/नई दिल्ली डेक्स।

नेपाल के जाजरकोट में भूकम्प ने भारी तबाही मचाई है, लोगो के आशियाने खंडहरो में तब्दील हो गए, आशियाना छिन गया, बेघर बन जाजरकोट के लोग बाहर खुलेअसमान में सोने को मजबूर है। भूकम्प की त्रासदी ने 157 लोगो की जान ले ली है वही 160 से अधिक लोग घायल हुवे। भूकम्प का दहशत इतना फैल गया है कि, लोग डर के मारे घर के अंदर नही जा रहे है। भूकंप से नेपाल के भूकम्प से जाजरकोट रुकुम का पश्चिम इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है। पूरा नेपाल भूकम्प के दहशत में है और लोग सड़क के किनारे सो रहे हैं, भूकंप का मंजर इतना भयावह है कि सड़क भी चटकी हुई नजर आ रही है। वहीं नेपाल में रविवार सुबह भी 3.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया है।


नेपाल में शुक्रवार रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। जबकि, सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त हो गए, मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है, बता दें कि यह नेपाल में 2015 के बाद से सबसे विनाशकारी भूकंप है, राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप शुक्रवार रात 11 बजकर 32 मिनट (भारतीय समयानुसार) पर आया, जिसका केंद्र जाजरकोट जिले में था। यह इलाका राजधानी काठमांडू से करीब 500 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है।


Nepal Earthquake: नेपाल में शुक्रवार रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण देश के सुदूर पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई और 160 से अधिक लोग घायल हो गए हैं


राहत कार्य आज भी जारी

नेपाल में 2015 में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में लगभग 9,000 लोगों की मौत हो गई थी और 22,000 से अधिक लोग घायल हुए थे, नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचण्ड ने कहा है कि भूकंप प्रभावित क्षेत्र में भारी तबाही हुई है, सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, हजारों घर तबाह हो गए हैं प्रचण्ड ने कहा कि, सरकार राहत कार्य में लगी हुई है, हमने नेपाली सेना, नेपाली रक्षक, सशस्त्र प्रहरी बल को तैनात किया है। घायलों को हेलीकॉप्टर के जरिए नेपाल गंज सहित तमाम अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी सशस्त्र प्रहरी बल को दी गई है।

पीएम प्रचण्ड ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मी भी हेलीकॉप्टर के जरिए आसपास के जिलों से स्वास्थ्य उपकरण लेकर घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। हमने घायलों को भी अपने हेलीकॉप्टर से बचाया है, हमारी सरकार में जो काम होना चाहिए, वह सरकार कर रही है, हमने मंत्रिमंडल की बैठक और आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई है।



आपातकालीन नंबर

वहीं, भारत ने उन भारतीयों के लिए एक आपातकालीन संपर्क नंबर जारी किया है, जिन्हें शुक्रवार रात पश्चिमी नेपाल में 6.4 तीव्रता के भूकंप के बाद तत्काल सहायता की आवश्यकता है, जिसमें कम से कम 157 लोगों की मौत हो गई है और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए हैं, वहीं दिल्ली-एनसीआर सहित भारत के उत्तरी भागों में इमारतों में झटके महसूस किए गए।

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