पूर्व नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र शाह ने जनता से मिलने के लिए किया पदयात्रा: हिंदू राष्ट्र पर बनी सहमति
8 हजार बाइक जुलूस में 50 हजार लोगों ने राजशाही के समर्थन में लगाये नारे
महराजगंज
नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर झापा पहुंचे और समर्थकों से मुलाकात कर पदयात्रा निकाली यात्रा के डोरण उन्हें देखने के लिए सड़कों पर हजारों लोगों उमड़ पड़े।
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपीए) के प्रवक्ता मोहन कुमार श्रेष्ठ ने बताया कि वह शुक्रवार दोपहर बुद्ध एयर से झापा के चंद्रगढ़ी हवाई अड्डे पर उतरे थे।
प्रवक्ता श्रेष्ठ के अनुसार बिरतामोड़ स्थित ई-कॉम कॉलेज में बने पृथ्वी नारायण शाह के सालिक का अनावरण करने के लिए नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र शाह झापा पहुंचे थे। वही आरपीपी अध्यक्ष राजेंद्र लिंगदेन नेपाल नरेश की इस यात्रा के प्रबंधन के लिए 10 दिनों से झापा में थे। आरपीपीए ने कहा है कि आज शनिवार को धुलाबाड़ी में निमजा नदी से उनके स्वागत के लिए 8,000 मोटरसाइकिलों की एक रैली निकाली गयी है। उन्होंने कहा कि एक कार्यक्रम में पूर्व नेपाल नरेश शाह बिरतामोड़ में पदयात्रा के दौरान आम लोगों से मुलाकात भी किया। राजशाही की मांग को लेकर करीब 50 हजार लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
काठमांडू में प्रदर्शन कर रहे प्रसाई के समर्थकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार घर से निकलने पर रोक, कोर्ट में गिरफ्तारी की रिट दाखिल
सरकार ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन होने और विरोध करने के संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन करते हुए चिकित्सा पेशेवर दुर्गा प्रसाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम
में हिंसा के बाद कड़ाई शुरू कर दिया है। प्रशासन ने मौजूदा व्यवस्था के विरोध, 20 लाख रुपये तक के कर्ज को रद्द करने समेत अन्य मांगों को लेकर प्रशिया के नेतृत्व वाले 'राष्ट्र, राष्ट्रीयता, धर्म, संस्कृति और नागरिक सुरक्षा अभियान' द्वारा बुलाए गए कार्यक्रम को बिना पूर्व अनुमति के रोक दिया। तिनकुने में विरोध कार्यक्रम तय होने के बाद सुरक्षा घेरा लगाकर प्रदर्शन को रोक दिया गया था जबकि प्रसाई को पुलिस मुख्यालय के तहत विशेष कार्य बल, दंगा नियंत्रण और आपदा प्रबंधन टीम द्वारा भक्तपुर में उनके आवास से बाहर निकलने से रोक दिया गया। पुलिस ने शुक्रवार को दिनभर 250 प्रसाई समर्थक समर्थकों को हिरासत में लिया और शाम को रिहा कर दिया गया था।
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें कहा गया है कि प्रसाई को संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करते हुए 'घर पर नजर बन्द किया गया।
नेपाली कांग्रेस-माओवादी 'हिंदू राष्ट्र' पर सहमत
राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवींद्र मिश्रा ने कहा है कि नेपाली कांग्रेस और सीपीएन माओवादी केंद्र के भीतर 'हिंदू राष्ट्र' घोषित करने पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने आज ट्विटर (एक्स) पर एक लंबे बयान में यह दावा किया।
उन्होंने लिखा, ''खासतौर पर कांग्रेस और माओवादी आंतरिक रूप से संसद से दो-तिहाई बहुमत जुटाकर नेपाल को 'हिंदू राष्ट्र' घोषित करने पर सहमत हो गए हैं. ''कांग्रेस की ओर से एक प्रस्ताव आएगा.'' 'माओवादी वैसा ही विरोध करेंगे या चुप रहेंगे।' सीपीएन-यूएमएल पर निशाना साधते हुए, मिश्रा ने उल्लेख किया है कि जो लोग खुद को 'प्रमुख अग्रणी' कहते हैं, वे भी इसका विरोध नहीं करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि इस बात की प्रबल संभावना है कि प्रमुख दल राजशाही समर्थक आंदोलनकारियों को भड़काएंगे, स्थिति को जटिल बनाएंगे और स्थिति को बीच-बीच में समझौते की ओर ले जाने का प्रयास करेंगे। मिश्रा का मानना है कि राजशाही के बिना हिंदू राष्ट्र दीर्घकालिक हित में नहीं है।
काठमांडू के लिए शुरू हुई बस सेवा
नेपाल काठमांडू में दो दिन के बाद शनिवार से सरहद पर फसे यात्रियो के लिए बस सेवा शुरू हो गयी है। नेपाल काठमांडू में मंहगाई, राष्ट्रहित, एवं राजशाही समर्थकों ने हिन्दू राष्ट्र सहित कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे जिसको लेकर वृहस्पतिवार से काठमांडू जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए थे। और काठमांडू महानगर में निषेधाज्ञा लागू की गई थी। नेपाल प्रशासन के अनुसार प्रदर्शन कारियो की गिरफ्तारी के बाद राजधानी में स्थिति नियंत्रण में है। शनिवार से काठमांडू के लिए बस मिलने लगी है। यात्रा शुरू होने के बाद सोनौली सीमा पर फसे सैकड़ो भारतीय श्रद्धालु अभी भी काठमांडू जाने से परहेज कर रहे है।
भारत नेपाल मैत्री सन्ध के अध्यक्ष श्रीचन्द्र गुप्ता ने बताया कि स्थिति सामान्य है। शनिवार से काठमांडू की यात्रा शुरू हो गयी है।
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