जिसको समझा कबाड़ी वाला, वह निकला चरस माफिया सरगना - प्रथम 24 न्यूज़

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जिसको समझा कबाड़ी वाला, वह निकला चरस माफिया सरगना


सोनौली महराजगंज।

सीमावर्ती गांव पिपरहिया चौराहे पर बीती रात पकड़ा गया 85 किलो चरस के साथ मुख्य सरगना दीपक मिश्रा बीते दो वर्ष से सीमा से सटे सोनौली कोतवाली क्षेत्र के रोहिन नदी के किनारे कबाड़ की दुकान चलाता था। जिस दुकान को कुछ महीने पहले एसडीएम नौतनवा ने सील कर दिया था। उस समय दुकान के अंदर नेपाली नम्बर की पाँच ट्रैक्टर ट्राली पर नेपाली कबाड़ बरामद हुआ था। और कुछ कीमती चोरी के कटे पार्ट्स जमीन के अंदर छिपाए गए थे। रात के अंधेरे में एसएसबी और पुलिस की साठगांठ से कोतवाली झेत्र जसवल के नेपाली सीमा के पास बने गोदाम से डंप किया जाता था। सुरक्षा एजेंसियां कबाड़ समझ कर ढील देती थी लेकिन उक्त युवक कबाड़ की आड़ में बीते दो वर्षों से स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों की चकमा देकर आसानी से चरस इस पार लाकर उसे जमीन में गाड़ देता था। फिर मौका मिलते ही गन्तव्य तक रवाना किया जाता था। 

तू मेरा नही तो में तेरा नही 

खबरों के मुताबिक मुख्य सरगना दीपक मिश्रा की मुखबिरी ने कोल्हुई पुलिस को सफलता दिलाई लेकिन वह खुद इसका शिकार हो गया। कोल्हुई पुलिस द्वारा पकड़े गए माल को दीपक मिश्रा से नही लेने पर दीपक ने पहले नौतनवा कस्टम को सूचना दी नौतनवा कस्टम जब तक हरकत में आती तब तक दोनो गाड़ी निकल चुकी थी। तब दीपक ने कोल्हुई और आनन्द नगर पुलिस को सूचना दिया कि दो वाहन में चरस जा रहा है। हरकत में आई कोल्हुई पुलिस द्वारा चरस के साथ तीन आरोपियों को पकड़ लिया गया। इसके बाद पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे हुए और सभी को पुलिस ने उठा लिया। पूछताछ में उक्त 85 किलो के नेपाल से आने की बात सामने आते ही पुलिस ने धेराबन्दी कर माल बरामद करते हुए चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।


आरोपी के मोबाइल डिटेल से गिरेगी कइयों पर गाज

चरस के साथ पकड़ा गया आरोपी दीपक मिश्रा बीते दो वर्षों से कबाड़ की आड़ में कई आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। सुरक्षा एजेंसियों की साठगांठ के कारण उसका नेटवर्क बढ़ गया था। जिससे वह आसानी से नेपाल से नेपाली ट्रैक्टर ट्राली पर भारतीय सीमा रोहिन नदी न्यू एसएसबी रोड तक लाया जाता रहा जिसके बदले एसएसबी सोनौली , भगवानपुर, सोनौली पुलिस, नौतनवा पुलिस, कोल्हुई पुलिस, आनन्द नगर पुलिस और नौतनवा कस्टम , निचलौल कस्टम, ठूठीबारी कस्टम, सिद्दार्थ नगर कस्टम, गोरखपुर कस्टम को कबाड़ के लिए मोटी रकम पहुचाई जाती थी। अगर पकड़े गए दीपक मिश्रा के काल डिटेल की जांच जाती है तो कई अधिकारियों और उनके खास लोगो के संलिप्तता सामने आ सकती है।

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