प्रिंसिपल के इस्तीफे बाद मेडिकल कॉलेज का आंदोलन खत्म: लोगो ने ली राहत की सांस
भैरहवा नेपाल।
यूनिवर्सल मेडिकल कॉलेज एवं टीचिंग हॉस्पिटल भैरहवा के प्राचार्य प्रो.डॉ. लक्ष्मी पाठक को पदमुक्त करने पर सहमति बनने के बाद एक माह से चल रहा छात्रों का विरोध वापस लौट आया ड्रेस कोड पर असहमति के साथ शुरू हुआ विरोध हाल ही में प्रिंसिपल के इस्तीफे का कारण बना। एक महीने से शुरू हुए आंदोलन के कारण कॉलेजों में पढ़ाई और अस्पतालों में इलाज सेवाएं प्रभावित हुईं।
अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन कुमार पीएस ने एक बयान जारी कर बताया कि चूंकि छात्रों की मांगें पूरी हो गई, इसलिए कॉलेज की शिक्षण और उपचार सेवाएं आज से शुरू हो जाएंगी।
आंदोलनरत छात्रों ने मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी कक्ष, प्राचार्य कक्ष, सह प्राचार्य कक्ष, चिकित्सा अधीक्षक कक्ष, इंटर्नशिप समन्वयक कक्ष, लेखा शाखा व मानव संसाधन शाखा में ताला जड़ दिया, छात्रों ने पाठक को पांच दिनों तक बंधक भी बनाये रखा, बाद में प्रशासन ने पाठक को बचाया। प्रिंसिपल पाठक इस बात पर अड़े हुए थे कि वह इस्तीफा नहीं देंगी। नतीजा यह हुआ कि आंदोलन एक महीने तक खिंच गया स्थानीय प्रशासन के नेतृत्व में हुई सर्वदलीय बैठक में ड्रेस कोड पर फैसला टालने पर लिखित सहमति बनी थी, हालांकि, छात्रों ने प्रिंसिपल के इस्तीफे को मुद्दा बनाया और अपना विरोध जारी रखा।
छात्र यह मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे कि प्रिंसिपल को इस्तीफा देना चाहिए, नया ड्रेस कोड पहले की तरह रखा जाना चाहिए, इंटर्नशिप का वेतन बढ़ाया जाना चाहिए, जिन छात्रों को परीक्षा देने से प्रतिबंधित किया गया है, उसे हटाया जाना चाहिए आदि।
कॉलेज की हड़ताल खत्म होने से सीमावर्ती लोगो ने राहत की सांस ली है, क्यो की बहुत से भारतीय नागरिक यहां इलाज के लिए जाते है, वही सैकड़ो भारतीय युवा यहाँ पढ़ाई करते है।
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