एक तरफ नेपाल में भारतीयों को लूट रहे दूसरे तरफ भारतीयों के लिए पर्यटन के रूप मे निखारने का फर्जी दावा
फोटो परिचय: सोंटा बैठक- बेलहिया नेपाल |
नई दिल्ली डेक्स।
आर्थिक मंदी का दंश झेल रहे नेपाल में एक तरफ भारतीय पर्यटकों को लूटा जा रहा है, वही दूसरी तरफ भारतीय सीमा क्षेत्र के व्यापार को प्रभावित करने के लिए 100 रुपये से अधिक के सामान लाने ले जाने पर कर लगा कर आम लोगो को मानसिक प्रतारणा दिया जा रहा है, तो वही नेपाल में बैठे कुछ षणयंत्रकारी भारतीय पर्यटकों को लूटने के लिए उनको समय समय पर मनभावन लुभावने योजना से प्रेरित करने की षणयंत्र करने में लगे होते है....आज ऐसे ही एक मिशन को बे-नकाब करने की कोशिश किया गया।
भारतीय पर्यटकों के लिए नेपाल में "सोंटा" तैयार
भारत नेपाल की सीमा पर स्थित नेपाली कस्बा बेलेहिया मे सोसाइटी ऑफ ट्रेवल एंड टूर ऑपरेटर "सोंटा" लुम्बिनी प्रान्त की दूसरी कार्यकारिणी का गठन किया गया, भारतीय पर्यटकों के लिए यह नाम मिला "सोंटा" अब आप समझ सकते है कि, हिंदी में सोंटा का काम क्या होता है। आगे जानते है सोंटा के मिशन को, इनका काम है भारतीय पर्यटकों को नेपाल में आकर्षित करना, भारतीय पर्यटकों को भारतीय मीडिया के द्वारा प्रचारित कर उनको नेपाल आने के लिए उत्सुक करना।
नेपाल में भारतीय पर्यटक अपने देश जैसा माहौल मिलेगा
इस कार्यक्रम में सोंटा के केंद्रीय अध्यक्ष भुवन बहादुर पांडेय ने भारतीय समुदाय को आकर्षित करने के लिए बताया कि, लुम्बिनी प्रान्त मे जंगल, पहाड़ और हिमालय तीनो है, यह प्रदेश भारत से जुड़ा हुआ है, इस प्रदेश मे लुम्बिनी, कपिलवस्तु, पाल्पा रानी महल, स्वरद्वारी, बर्दिया बाँके निकुंज सहित तमाम स्थान है, जहां भारतीय पर्यटक अपने देश जैसा माहौल पाएंगे। आगे कहा कि, हम भारतीय पर्यटको को ध्यान मे रखते हुए और भी पर्यटक स्थलों को प्रमोट कर रहे है।
नेपाल में नही हुआ 100 रुपये पर कोई बात
बात भारतीय व्यापारियों की नही किया गया, ना तो भारतीय सीमाई कस्बो से आने वाले सामानों को लेकर कोई प्रतिक्रिया दिया गया, जबकि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुवे सिद्धार्थ उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष ठाकुर कुमार श्रेस्ट ने कहा हम लोगो ने नेपाल सरकार से मांग की है 25 हजार तक भारतीय रुपये की लीमिट हटा दी जाए, और पर्यटको के संग होने वाली समस्याओं पर भी ध्यान दे कर दूर करने की कोशिश कर रहे है।
―:खबरे तमाम।
Post a Comment