सोनौली: करोड़ो के व्यापार को लगी नेपाल सरकार की नजर, बोहनी को तरस रहे व्यापारी...: Edition 1.0 - प्रथम 24 न्यूज़

Header Ads

सोनौली: करोड़ो के व्यापार को लगी नेपाल सरकार की नजर, बोहनी को तरस रहे व्यापारी...: Edition 1.0

सोनौली के बाजारों में पसरा सन्नाटा


प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
सोनौली महराजगंज।

अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्थान भारत नेपाल बॉर्डर के सीमावर्ती बाजार विगत एक माह पूर्व तक जहां करोड़ो रुपये कारोबार के वारे न्यारे हो जाते थे । वही आज इन बाजारों में बोहनी होना मुश्किल हो गया है। लोग दिन भर दुकान खोलकर ग्राहकों का इंतजार कर रहे है और शाम को वापस चले जा रहे है। कई दुकानों में बोहनी तक नही हो पा रहा है।
विगत 30 मई 2023 को दोपहर करीब 12 बजे से अचानक नेपाल के रूपनदेही जिला प्रशासन ने नेपाल शांति द्वार के पास भंसार (कस्टम) के सामने घेराबंदी करते हुए भारत से आने वाले लोगो को सामान के साथ जबरन नेपाल कस्टम कर बुझाने के लिए भेजने लगे। जिस कारण लोग कुछ समझ पाते, जिला प्रहरी के इस हरकत से नेपाल भंसार पर अफरातफरी मच गई थी। नेपाल पुलिस व भंसार कर्मियों ने बताया कि, अब नेपाली 100 रुपए भारतीय मुद्रा 62.50 से अधिक के समान पर नेपाल कस्टम शुल्क जमा करना होगा, यही हाल जिले के समस्त सीमावर्ती बाजारों का हुआ और नेपाल के ग्राहक धीरे धीरे भारतीय बाजारों में आना छोड़ दिया।

भैरहवा शुल्क कार्यालय ने राजस्व कर के अनिवार्य भुगतान के नियम को लागू करने का निर्णय लेते हुए भंसार कार्यालय के बाहर नोटिस चिपका दिया है। इसके तहत 100 रुपये से अधिक के सामान की भारत से खरीदारी कर ले जाने पर अनिवार्य शुल्क देना होगा। भारतीय बाजार में कम कीमत में दैनिक उपभोग की वस्तुओं के मिलने के कारण हजारों लोग प्रतिदिन खरीदारी करने के लिए सीमावर्ती बाजार सोनौली , भगवानपुर , डाली, पेंडारी, बरगदवा, ठूठीबारी, मलिकपरसा भारत आते हैं। नेपाल के व्यापारियों का तर्क है कि नेपाली ग्राहकों के भारतीय बाजार में आकर खरीदारी करने से नेपाली बाजार प्रभावित हो रहा है। सीमा शुल्क नियमों के अनुसार सीमा शुल्क कार्यालय, यात्री शाखा के माध्यम से 100 रुपये से अधिक के माल पर अनिवार्य राजस्व भुगतान करने के नियम को कड़ा कर दिया है। यह शुल्क अलग-अलग वस्तुओं पर पांच से 20 प्रतिशत के हिसाब से लगाए गए हैं। कई चीजों में 35 प्रतिशत भी शुल्क लगाया गया है। कानून का कोई उल्लंघन कर चोरी-छिपे ना निकल जाए, इस कारण सीमा से लेकर भंसार क्षेत्र तक जगह-जगह नेपाल सशस्त्र बल एवं नेपाल पुलिस की तैनाती की गई है।

सोनौली कस्बे का व्यापार जहां हमेशा प्रतिदिन 3 करोड़ रुपये से अधिक होता था वही त्योहारों में 5 करोड़ पार हो जाता था, आज की स्थिति यह है कि, सैकड़ो दुकान बोहनी के इंतजार में दिन भर इंतजार करते नजर आते है। इसी के साथ जनपद की 84 किलोमीटर की सीमा के अंतर्गत प्रतिदिन सैकड़ो करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।

कोई टिप्पणी नहीं

इस पोस्ट से सम्बंधित अपने विचारों से हमे अवगत जरूर कराए

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.