सोनौली बॉर्डर स्पेशल रिपोर्ट: यहां यहां लगता था बाजार, अब हालात कुछ और है, व्यापारियों ने दी प्रतिक्रिया - प्रथम 24 न्यूज़

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सोनौली बॉर्डर स्पेशल रिपोर्ट: यहां यहां लगता था बाजार, अब हालात कुछ और है, व्यापारियों ने दी प्रतिक्रिया


प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
सोनौली/नौतनवा महराजगंज।

सीमावर्ती गांव एवं नगर के मुख्य बाजार सोनौली और ठूठीबारी है। जहां से सप्ताह में दिन के बाजार में करोड़ो रुपए के कारोबार के साथ हजारों लोगों की रोजी रोटी चल जाती थी। इसके साथ ही सोनौली के फ्रेनियां बाजार, हरदी डाली खनुवा, भगवानपुर, पेंडारी, मलिक परसा, बरगदवा और ठूठीबारी में बड़ा बाजार लगता है। जहां से कपड़े, सब्जी, फल, जूता, बर्तन, किराने की वस्तुएं, कास्मेटिक के सामानों की खरीददारी के लिए नेपाली ग्राहक पहुचते थे। जो अभी शून्य हो गया है।

व्यापार प्रतिनिधि मंडल तहसील: अध्यक्ष सुभाष जायसवाल

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने कहा कि 100 रुपए बहुत कम है। कम से कम पांच हजार रुपए होना चाहिए नही तो दोनो देशों के सम्बंध खराब होंगे। सीमावर्ती क्षेत्र के दोनो देशों के लोग इस नए नियम से परेशान है। नेपाल की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप है। यात्री नही आ रहे है। अगर ऐसा ही रह तो दुकान का किराया निकलना मुश्किल हो जाएगा लोगो के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। नेपाल शसस्त्र पुलिस की कड़ाई के बाद सोनौली सहित नौतनवां के व्यापार पर काफी असर पड़ा है।

प्रतिनिधि मंडल सोनौली : अध्यक्ष बबलू सिंह

उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल सोनौली के अध्यक्ष बबलू सिंह ने कहा कि सोनौली सींमा से सटे रूपेंदही जिला प्रशासन ने उद्योग वाणिज्य संघ नेपाल की शिकायत पर करीब 28 दिनों ने सोनौली सीमा के नेपाल बेलहिया की तरफ कड़ाई शुरू किया है। भारत से जरूरत के सामान खरीद नेपाल जाने वाले लोगो से उक्त सभी सामान पर ड्यूटी ली जा रही है। यह सूचना ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचे इसके लिए एक पर्चा भी वितरित किया गया जिसमें लिखा है। 100 रुपए से अधिक भारत से सामान खरीद कर लाने पर ड्यूटी लिया जाएगा। नेपाली ग्राहकों को भड़काने का काम किया जा रहा है।

उधोग व्यापार मंडल सोनौली: अध्यक्ष विजय रौनियार

उधोग व्यापार मंडल के सोनौली अध्यक्ष विजय रौनियार ने बताया कि सोनौली उद्योग व्यापार मंडल समिति के बैनर तले व्यापारियों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था जिसमे नेपाल में कस्टम शुल्क लगने के कारण नेपाली नागरिक भारतीय सीमावर्ती क्षेत्र में सामान की खरीदारी करने कम आ रहे हैं। इससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।
पहले नेपाल में यह नियम नहीं था। उपभोक्ता को रोकने का काम किया जा रहा है। 100 रुपए बहुत कम है।

व्यापारी नेता: सोनू साहू

युवा व्यापारी नेता एवं समाजसेवी सोनू साहू ने कहा कि कुछ दिनों पहले भैरहवा भन्सार कार्यालय में अधिकारियों से मिला गया जिसमें पता चला कि यह 1960 का नियम है। 1960 और 2023 में बहुत फर्क है। इसमें संसोधन की जरूरत है। कारोबार के साथ 5 प्रतिशत जीएसटी सरकार को जाता है।

सख्ती हुई तो बाईपास का रास्ता अपनाया।


नेपाल द्वारा प्रकाशित पम्पलेट


भारत नेपाल सीमा पर नेपाल की तरफ से सख्ती के बाद तस्करी तेज हो गयी है। सीमावर्ती क्षेत्र से भारत से नेपाल और नेपाल से भारत तस्करी के लिए सुबह से शाम तक महिलाएं एवं बच्चे एक से दो कार्टून लेकर जा रहे है। जो दिन भर में कई ट्रक समान इस पार से उस पार पहुचा दे रहे है। जिसके लिए नेपाल पुलिस और शस्त्रत्र पुलिस की नजर नही पड़ रही है। व्यापारियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को रोका जा रहा है। और जिसमे पुलिस प्रशासन को लाभ है। उसे नही रोका जा रहा है। खुले आम दिन और रात माल पहुचाया जा रहा है। और वही समान नेपाली ग्राहक महंगे दामो पर खरीदने को मजबूर हो रहे है।

भैरहवा भन्सार कार्यालय सूचना अधिकारी युवराज भट्टराई ने बताया कि नेपाल सरकार के आदेशानुसार काम किया जा रहा है। नियम का कड़ाई से पालन किया जाएगा। समान लाने पर रोक नही है। लेकिन समान के अनुसार निर्धारित किए गए टैक्स के अनुसार शुल्क लिया जा रहा है। तस्करी किसी कीमत पर नही होने दी जाएगी। जिसके लिए टीमें लगाई गई है।

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