प्रशासन ने ब्लेड वाले कंटीले तारों को किया पूर्ण रूप से प्रतिबंधित - प्रथम 24 न्यूज़

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प्रशासन ने ब्लेड वाले कंटीले तारों को किया पूर्ण रूप से प्रतिबंधित



एन ए खान यूपी प्रभारी के साथ त्रिपुरारी यादव की रिपोर्ट

 किसान अपने खेत के चारों तरफ ब्लेड वाले तार नहीं लगा सकेंगे। प्रशासन ने ब्लेड वाले कंटीले तारों को पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव डॉ० रजनीश दुबे ने सभी मंडलायुक्त व जिले के सभी डीएम एवं उपजिलाधिकारियों, खड विकास अधिकारियों को निर्देश जारी किया । वजह यह कि ब्लेड वाली बाड़ को पार करने के प्रयास में मवेशी बुरी तरह जख्मी हो जाते थे। गर्दन और चेहरा कटने से कई असहाय बेजुबान मवेशियों के मरने की भी खबर आई। फसल बचाने के लिए इस अमानवीय कृत्य की आलोचना हो रही थी। किसानों का कहना है कि बेसहारा मवेशी किसानों की फसल बर्बाद कर दे रहे थे। इन मवेशियों से फसलों को बचाने के लिए किसान तरह-तरह के उपाय किया करते थे। कुछ किसान खेतों के चारों तरफ कंटीले तार लगाते थे, जिससे कि उनकी फसलों की सुरक्षा हो सके। इन कंटीले तारों की चपेट में आकर मवेशी जहां घायल हो रहे थे, वहीं कुछ की मौत भी हो जाया करती थी। बीते 17 जुलाई को हुई गो सेवा आयोग की बैठक में खेतों में ब्लेड वाले तारों को लगाने पर प्रतिबंध लगाने की संस्तुति की गई। इस पर शासन ने ब्लेड वाले तारों को खेतों में लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया। शासन का निर्देश मिलने पर अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने इसका क्रियान्वयन कराने को पत्र जारी करते हुए कहा कि किसान अब ब्लेड वाले तारों का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। ऐसा करने पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। ऐसे में साफ है कि अब किसानों को अपने खेतों में फसलों की रक्षा के लिए दूसरे उपाय करने होंगे। ऐसे उपाय जिनसे बेसहारा मवेशी खेत में प्रवेश करने का प्रयास करते वक्त जख्मी नहीं हों। शासन और प्रशासन की मंशा यही है कि किसान अपने खेतों की हिफाजत करें लेकिन यह भी ध्यान रखें कि इस प्रयास में कहीं मवेशियों की जान खतरे में न पड़े।

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