एनएसओ शाखा लालसोट, दौसा ने शुरू किया पक्षी मित्र अभियान - प्रथम 24 न्यूज़

Header Ads

एनएसओ शाखा लालसोट, दौसा ने शुरू किया पक्षी मित्र अभियान



रिपोर्ट: रणजीत जीनगर

दौसा:- नेशनल सोशल ऑर्गेनाइजेशन सामाजिक संस्था एनएसओ राजस्थान के तत्वधान में एनएसओ प्रदेशाध्यक्ष राकेश कुमार मेहरा के निर्देशानुसार जिलाध्यक्ष हीरा लाल महावर की अनुशंसा पर लालसोट उपखंड क्षेत्र में नन्हे बेज़ुबानों के लिए मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में सार्वजनिक  स्थलों पर परिंदों के लिए लगाए टीम एनएसओ लालसोट ने लगाएं परिंडे।

एनएसओ ब्लॉक अध्यक्ष मनीष कुमार महावर ने अवगत कराया कि वार्ड न. 11 सामुदायिक भवन खौहरा पाढ़ा स्कूल, निरंकारी सत्संग भवन व अन्य जगहों पर परिंडे लगाएं 
पक्षी मित्र मनीष ने यह भी कहा की दाना पानी के अभाव में पक्षियों की बहुत सी प्रजातियाँ लुप्त होने की कगार पर है | इन नन्हें जीवों का संरक्षण बहुत जरूरी है इसलिए इनके लिए दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए यह एक बहुत बड़ा पुण्य का कार्य भी है।

 हर इंसान को ऐसा करना भी चाहिए तथा दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करना चाहिए, पक्षियों को दाना डालते समय आवश्यक बातों का भी ध्यान रखना चाहिए जैसे गर्मियों के मौसम में पक्षियों को बाजरा भूलकर भी ना डालें क्योंकि बाजरा इनकी मौत का कारण बन सकता है और आप पुण्य के चक्कर में पाप के भागीदार बन सकते है।

 गर्मियों के मौसम में बाजरा पक्षियों को गर्मी करता है खास तौर पर कबूतरों को बाजरा ज्यादा नुकसानदायक है, बाजरा बहुत ही ज्यादा गर्म होता है जिसे खाने से कबूतर के चेहरे पर मस्से निकलने शुरू हो जाते हैं चेहरा गल जाता है ओर आंखें भी गल जाती है कबूतर की दोनों आंखें खराब हो जाती है, कबूतर अंधा हो जाता है इस दौरान साथ साथ कबूतर की सोच भी मुड़ जाती है ओर मुंह के अंदर से पक जाता है इसके बाद कबूतर खाना पीना बंद कर देता है और कबूतर तड़प तड़प कर मर जाता है।

 कई बार हम कबूतरों को सतनाजा भी डालते हैं मतलब 7 तरह का मिक्स अनाज, जिसमें बाजरा का मिश्रण होता है गर्मी में बाजरे के चंद दाने कबूतर की दर्दनाक मौत का कारण बन जाता है जिसके लिए दाना डालने वाले अनजाने में इस पाप का भागीदार बन जाते है। बाजरा के अलावा आप पक्षियों को चावल के दाने ,ज्वार ,गेहूं एवं ऐसे अन्य जो गर्मी ना करें, डाल सकते है।

पक्षियों को दाना-पानी डालने की ऐसी सुरक्षित जगह सुनिश्चित करें जहां बिल्ली या कुत्ता आसानी से ना पहुंच सके, पक्षियों के लिए अपने घरों या आसपास जगह पर परिंड़ा अवश्य लगाए।

इस अवसर पर विकास खटीक, मनीष महावर, जितेंद्र मेरोठा, देशराज महावर, केशव महावर आदि युवा सदस्य शामिल रहे ।

कोई टिप्पणी नहीं

इस पोस्ट से सम्बंधित अपने विचारों से हमे अवगत जरूर कराए

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.