महराजगंज: ग्रामीणों ने लगाया जर्दी डोमरा तटबांध के मरम्मत में अनियमितता का आरोप
नदी के रेत से हो रहा तटबांध का मरम्मत
प्रथम 24 न्यूज़ डेस्क
रोहिनी नदी के जर्दी डोमरा तटबांध पर हो रहे मरम्मत कार्य में ग्रामीणो ने अनियमितता का गंभीर आरोप लगाया है।
जर्दी डोमरा तटबांध पर बसे ग्राम सभा औरहिया के ग्रामीण अविनाश कुमार, बैरागी सहानी,रवि,राहुल मौर्या, बिश्वभर निषाद, राजेश ,प्रमोद कनौजिया, रामचन्द्र निषाद राजकुमार निषाद , हरिराम मौर्या,आदि ने बताया कि तटबांध पर में मानक के अनुरूप कार्य नहीं हो रहा है।
विभाग के मुताबिक टूटे बांध के गड्ढे में बाढ़ के समय से जमे मिट्टी को मशीन द्वारा निकाल कर उसके अगल बगल के गड्ढों को भरना है, जिसमें घास फूस की गुंजाइस नही रहे। साथ ही गड्ढों में जाने वाली मिट्टी को प्रेशर मशीन से दबाना है, ताकि बांध मजबूत व सुरक्षित बने। लेकिन यहां बाढ़ में जमें बलुई मिट्टी को ही इधर उधर करके उसमें डालने की प्रक्रिया चल रही है। और जहां एक मीटर मिट्टी डालना है वहां एक फिट भी मिट्टी नहीं डाला जा रहा है। जो बाढ़ के समय में क्षतिग्रस्त होने की संभावना बनीं रहतीं है।
ग्रामीणों ने कार्यदायी संस्था के साथ अधिकारीयों और कर्मचारियों की मिलीभगत का आरोप लगाया है। मानक के विपरित कार्य किए जाने से ग्रामीणों में काफी नाराजगी हैं। जिनकी बांध की मरम्मत व पूर्व में बाढ़ कटावरोधी कार्यो में भूमिका संदिग्ध रहती हैं। जिनके द्वारा बाढ़ कटावरोधी कार्य, बांध मरम्मत के नाम पर प्रति वर्ष करोड़ों रुपये का वारा न्यारा किया जाता रहा है, और उसकी सजा नदी के किनारे बसे लोगो को भुगतना पड़ रहा है।
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