यूरिया-डीएपी खाद की कालाबाज़ारी धड़ल्ले से, जाने कैसे की जा रही है काली कमाई को सफेद
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
नौतनवा महराजगंज।
खाद कारोबारियों को भ्रष्टाचार की चपेट में कहे या भ्रष्टाचार की लत कहे, मगर जमीनी सच्चाई से विपरीत चल रहे नौतनवा तहसील क्षेत्र में खाद कारोबारी आज कल शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का नया तरीका इजाद कर लिया है, यह खाद भ्रष्टाचारी, भारतीय किसानों को छल तो रहे ही है, साथ ही साथ लूटने में भी लगे है, मानक से अधिक मूल्य वसूली खुलेआम चल रही है।
खाद कालाबाज़ारी गैंग के लोग स्थानीय किसानों के जोतबही किताब पर एक बोरी यूरिया या डीएपी की खरीद पर अधिक बिक्री की एंट्री कर रहे है इसका खुलासा ऑनलाइन न्यूज़ एजेंसी प्रथम मीडिया नेटवर्क टीम ने एक सर्वे ऑपरेशन कर किया है, सर्वे में किसान ने एक बोरी डीएपी खरीदी और 1450 रुपये भुगतान किया दुकानदार द्वारा आधारकार्ड मांगा गया व फिंगर लिया गया, मगर जब खाद बिक्री का मैसेज आया तो एसएमएस में डीएपी की 9 बारी बिक्री दिखा दी।
कालाबाज़ारी गैंग द्वारा नेपाल में ब्लैक किये खाद बोरियों को स्थानीय किसानों के नाम पर बिक्री दिखा रहे है, जिससे यह शासन प्रशासन की नजरों से बचे रहे। अभी हाल ही में खाद कालाबाज़ारी गैंग पर अंकुश लगाने के लिए एसडीएम नौतनवा ने कड़ा रुख अपनाया और कई खाद तस्कर गैंग पर नकेल भी कसी, मगर खाद कालाबाज़ारी गैंग भी कम नही, साहब के जाते ही अपनी दुकान खोल दोबारा बैठ जाते है।
ज्ञात हो कि, खेती की सीजन में खाद तस्कर खाद बिक्रेताओं से संपर्क कर पूरे खाद को कैरियर द्वारा पड़ोसी देश नेपाल को तस्करी के माध्यम से मोटी कमाई के लिए भेज दिया जाता है, जिससे सरहदी किसानों को पर्याप्त मात्रा में या नही के बराबर खाद मिल पाता है।
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