साबुन वितरण के दौरान बताएँ हैंडवाशिंग का तरीका-सीडीओ
जेई प्रभावित गाँवों में हैंडवाशिंग के लिए साबुन आवंटित
वितरण वाहन को हरी झंडी दिखाकर सीडीओ ने किया रवाना
रिजनल प्रभारी गोरखपुर,नसीम खान/
कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए मॉस्क लगाने, दो गज की दूरी बनाकर रहने के साथ साथ साबुन पानी से बार- बार हाथ धोना बहुत जरूरी है। इसके लिए चिन्हित परिवारों में साबुन का वितरण भी शुरू किया गया है। एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) प्रभावित गाँवों में साबुन वितरण के दौरान हाथ धोने का सही तरीका भी बताएं।
उक्त बातें मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल ने विकास भवन सभागार में विभिन्न ब्लाकों को साबुन वितरण के दौरान सोमवार को कहीं। उन्होंने चिन्हित परिवारों में साबुन वितरित करने के लिए वाहन भी रवाना किया। व्यवस्था के मुताबिक प्रत्येक चिन्हित परिवार को 3-3 साबुन आवंटित है।
सीडीओ ने कहा कि साबुन वितरण प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए। किसी भी दशा में इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए ।
जानकारी के अनुसार धानी ब्लाक के 620 परिवारों के लिए 1860, घुघली के 856 परिवारों को 2568, बृजमनगंज के 1112 परिवारों में 3336, मिठौरा के 4149 परिवारों के लिए 12447, सिसवा के 3167 परिवारों के लिए 9501, निचलौल के 3256 परिवारों के लिए 9768 साबुन आवंटित है।
इसी प्रकार पनियरा के 2499 परिवारों के लिए 7497, परतावल के 3002 परिवारों के लिए 9006, सदर के 7408 परिवारों के लिए 21352, फरेन्दा के 480 परिवारों के लिए 1440, लक्ष्मीपुर के 2313 परिवारों के लिए 6939 साबुन आवंटित किया गया है।
जेई, एईएस, मुसहर व वनग्रामों के 28862 परिवारों के लिए साबुन आवंटित
जिला परियोजना समन्यवयक आंनद उपाध्याय ने बताया कि जेई-एईस प्रभावित जिन गाँवों के लोगों को साबुन दिया जा रहा है उनमें 28862 परिवार के नाम है। जिन गाँवों मे साबुन का वितरण होगा, उनमें बृजमनगंज के पांच, धानी के एक, घुघली के तीन, लक्ष्मीपुर के आठ, सदर के दस, मिठौरा के 11, निचलौल के 21,पनियरा के तीन, परतावल के छह, सिसवा के पांच तथा फरेन्दा के दो गांव चिन्हित हैं।
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