"नो स्कूल नो फीस" मिशन को ध्वस्त करने की चाल में शिक्षा माफिया गैंग
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
नौतनवा महराजगंज।
कोरोना महामारी में देश ही नही दुनिया के सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठान पिछले 6 माह से बंद है, कारोबार हो या व्यापार पूरी तरह ठप है, लोग अपने सुरक्षा को देखते हुवे घरों में कैद थे, आज भी लोगो को रोजीरोटी के लाले पड़े है वही ज्ञान का मंदिर कहा जाने वाला स्कूल आज किसी माफिया के तर्ज पर जबरन मानसिक उत्पीड़न करते हुवे अभिभावकों पर एडमिशन कराने, फीस जमा कराने के लिए लगातार दबाव बना रहा है।
आज हम बात कर रहे है नौतनवा स्थित निजी स्कूलों के नए चाल के बारे में, यह स्कूल खुद को उच्चतम शिक्षणकार्य की ढ़िढोरा पीटते नही थकते मगर आज इनकी पोल खुलते देख कुछेक स्कूलों द्वारा यह जानकारी दी गई है कि वर्ष जुलाई से दिसंबर तक फीस में 15 प्रतिशत की बम्पर छूट, जबकि बहुतों पर मानसिक दबाव डाल कर यह स्कूल अभिभावकों से शुल्क वसूल चुके है, वही लॉक डाउन के बंदी पीरियड में स्कूल पूरी तरह बन्द थे तो किस बात की शुल्क जमा करे अभिभावक, इस बात को लेकर जब प्रथम 24 न्यूज़ टीम ने कुछ अभिभावकों से संपर्क किया तो पता चला कि सिर्फ जुलाई से दिसंबर तक के शुल्क में छूट का लेटर जारी किया गया है, जबकि पिछले 6 माह से 1 मिनट के लिए भी बच्चे स्कूल का मुह नही देखे है।
जानकारी के लिए बताते चले कि नौतनवा नगर में सक्रिय दर्जनों स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर लागातार दबाव बनाया जा रहा है कि स्कूल फीस जमा करें। जिसके बाद नगर में अभिभावक संघ का उदय हुआ, और "नो स्कूल नो फीस" मुहिम एक नारे के रूप में नौतनवा से आगे बढ़ते हुवे यह नारा पूरे भारत में आज फैल गया। ऑनलाइन न्यूज़ प्रथम 24 न्यूज़ के सर्वे के मुताबिक अभिभावक संघ की सक्रियता व लोकप्रियता से बौखलाए शिक्षा माफियाओं का सरगना जाग उठा है, बीमारों को इलाज के नाम पर सिर्फ विटामिन की गोली दे कर अपना कमियां छिपाना चाहता है। हाल यह है कि जैसे समुंदर में एक चुटकी मिश्री की डली डाल देना, क्या इससे समुद्र की कड़वाहट समाप्त हो जाएगा, नही ना तो फिर क्यों 5 प्रतिशत 15 प्रतिशत के चक्कर मे पड़े है सब, जबकि अभिभावक संघ की मांग है "नो स्कूल नो फीस" फिर 15 प्रतिशत का यह ऑफर क्यो, क्या यही शिक्षा के मंदिरों का सच है कि बिना काम के जबरन वसूली करो, क्या यही ज्ञान यह शिक्षक लोग बच्चों में बाटेंगे।
बताते चले कि ऑनलाइन न्यूज़ नेटवर्क "प्रथम 24 न्यूज़" टीम के सर्वे से यह भी खुलासा हुआ कि यह शिक्षा माफिया अभिभावक संघ को कमजोर करने के लिए हजारों रुपये में सिर्फ सौ दो सौ रुपये की राहत देने की बात करना सवाल उतपन्न कर रहा है। कही ना कहीं यह अभिभावक संघ को कमजोर करने की नाकाम कोशिश में है। लेकिन अभिभावक संघ आज एक व्यक्ति नही बल्कि एक विशाल संगठन के रूप में खड़ा है। जो अभिभावकों के हितों की लड़ाई कठोरता से लड़ेगी।
हालांकि प्रथम 24 न्यूज़ के सर्वे में यह भी सामने आया कि अभिभावक संघ नौतनवा पूरी फीस छूट को लेकर अड़िग है, अभिभावक संघ ने अपील किया है कि कोई भी दिखावे के झांसे में ना आये, "नो स्कूल नो फीस" हमारा हक और अधिकार है, वसीम खान, विंध्याचल अग्रहरी, संतोष अग्रहरी, संतोष जायसवाल, अमित जायसवाल, रोहित जायसवाल, राजा ठाकुर, दुर्गेश सिंह, सुनील त्रिपाठी, जग्गू जायसवाल, हनुमान अग्रहरि, ईश्वर जायसवाल, नागेश चौधरी, बंटी बाबा,
हालांकि प्रथम 24 न्यूज़ के सर्वे में यह भी सामने आया कि अभिभावक संघ नौतनवा पूरी फीस छूट को लेकर अड़िग है, अभिभावक संघ ने अपील किया है कि कोई भी दिखावे के झांसे में ना आये, "नो स्कूल नो फीस" हमारा हक और अधिकार है, वसीम खान, विंध्याचल अग्रहरी, संतोष अग्रहरी, संतोष जायसवाल, अमित जायसवाल, रोहित जायसवाल, राजा ठाकुर, दुर्गेश सिंह, सुनील त्रिपाठी, जग्गू जायसवाल, हनुमान अग्रहरि, ईश्वर जायसवाल, नागेश चौधरी, बंटी बाबा,
umakant g ka newg bauhet he sahe hai .
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