मुश्किलों में कट रही मझार के बाढ़ पीड़ितों की दिनचर्या - प्रथम 24 न्यूज़

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मुश्किलों में कट रही मझार के बाढ़ पीड़ितों की दिनचर्या

 



* ग्रामीणों को संक्रामक रोगों का खतरा

लक्ष्मीपुर/पुरन्दरपुर से वसीम खान की रिपोर्ट/ 

विधानसभा क्षेत्र नौतनवां के लक्ष्मीपुर  मझार क्षेत्र की  करीब 15 हजार बाढ़ पीड़ितों की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है।रोहिन नदी के पानी का जलस्तर तो स्थिर हो गया है लेकिन संक्रामक बीमारियां रुकने का नाम नही ले रही हैं।हालांकि प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम रोकथाम में लगी है लेकिन वह नाकाफी है।

मझार के ग्राम पंचायत खालिकगढ़, गौहरपुर, रघुनाथपुर, रानीपुर, मठीयाईदू, मानिक तलाब व भोतहा के 15 हजार लोगों को बरसात के मौसम में हर बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जिनकी फसल जलमग्न हो जाती है, ग्रामीणों का हाल जानने के बाद ऐसा लगता है कि प्रशासनिक मदद के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है।स्थानीय जिला पंचायत सदस्य सुरेश सहानी, रोहित गौतम, गोरख, शंकर, अखिलेश, सन्तराम, पुजारी, शिवपूजन आदि ने बताया कि वर्तमान में नदी का जलस्तर तो ठहर गया है, लेकिन बाँधों का कटान जगह जगह जारी है।नल का पानी पीने योग्य नही रह गया है।घरों के आस पास जो पानी जमा है उसमें से बदबू आ रहा है।विषैले सर्प उनके घरों के बगल खाली और ऊँचे स्थानों पर मंडरा रहे हैं। दिन तो किसी तरह कट जा रहा है। 



लेकिन रात मुश्किलों में गुजर रही है।प्रभावित गांवो में सी डी ओ से लेकर बी डी ओ तक हर रोज भ्रमण कर रहे हैं। इनके अलावा सत्ता पक्ष से विपक्ष तक के नेता भी ग्रामीणों का हाल जानने पहुँच तो रहे हैं, लेकिन सिर्फ बयानों तक ही सीमित हैं। धरातल पर सिर्फ दिखावा ही है।

इस बावत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लक्ष्मीपुर प्रभारी डॉ0 दिवाकर राय ने बताया कि मझार के  बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में  स्वास्थ्य टीम पहुँच गयी है। रोगों के रोकथाम के भरपूर प्रयास किये जा रहे हैं।

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