पीड़िता के परिवार और मीडियाकर्मी तक को पीड़िता से मिलने नहीं दिया जा रहा है, पुलिस कांग्रेस को बदनाम करने की रच रही है साजिश- वीरेन्द्र चैधरी
अमेठी पीड़िता मामले में कांग्रेस की संलिप्तता पुलिस द्वारा गढ़ा गया झूठ है- वीरेन्द्र चैधरी
घटना वाले दिन या उसके आसपास पीड़िता अनूप पटेल से मिली ही नहीं न फोन पर बात की - वीरेन्द्र चैधरी
प्रदेश में जंगलराज, न्याय के लिए आत्मदाह को मजबूर हुईं पीड़िता- वीरेंद्र चैधरी
सरकार के लिए शर्मनाक, इंसाफ के लिए आत्मदाह को मजबूर हैं पीड़िता- वीरेंद्र चैधरी
स्मृति ईरानी जबाब दें, अमेठी की पीड़ित महिलाएं आत्मदाह को मजबूर क्यों हुईं- दीपक सिंह
योगीराज में पुलिस-आपराधिक गठजोड़ से मजबूर पीड़िता आत्मदाह को मजबूर हुई-दीपक सिंह
ध्वस्त कानून व्यवस्था को छुपाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता को साजिश में फंसाने की कोशिश कर रही है सरकार-दीपक सिंह
लखनऊ 20 जुलाई।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि लोक भवन के सामने अमेठी की दो महिलाओं द्वारा आत्मदाह किये जाने की घटना पर सोची समझी रणनीत के तहत, साजिशन कांग्रेस पार्टी और उसके प्रवक्ता का नाम घसीट रही है। प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था को छुपाने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता को साजिश में फंसाने की काम योगी आदित्यनाथ की पुलिस कर रही है । प्रदेश पूरे प्रदेश में जंगलराज है। अपराधियों और पुलिस का गठजोड़ चरम पर है। प्रदेश की जनता अपराधियों और पुलिस के रवैऐ से त्राहिमाम कर रही है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष वीरेंद्र चैधरी ने कहा कि अमेठी से आई दो महिलाओं का लोकभावन के सामने आत्मदाह के प्रयास में कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। आत्मदाह मामले में कांग्रेस की संलिप्तता पुलिस द्वारा गढ़ा गया झूठ है। वीरेन्द्र चैधरी ने कहा कि घटना वाले दिन या उसके आसपास पीड़िता न तो अनूप पटेल से मिली ही नहीं, न फोन पर बात की। प्रदेश की ध्वस्त हो चली कानून व्यवस्था का ठीकरा योगी सरकार कांग्रेस के ऊपर फोड़ कर प्रदेश की जनता को गुमराह करना चाहती है । उन्होंने आगे कहा कि पीड़िता के परिवार और मीडियाकर्मियों तक को पीड़िता से मिलने नहीं दे रही है योगी की पुलिस। पीड़िता को धमका कर मनमाना बयान दिलवा रही है पुलिस ताकि कांग्रेस को बदनाम किया जा सके।
किसी भी पीड़ित को अपनी पीड़ा बयान करने व न्याय पाने के लिए गुहार लगाना उसका नागरिक अधिकार है। उसी के तहत आत्मदाह करने वाली पीड़िता विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर गयी थी जिसमें अनूप पटेल ने पीड़िता को मीडिया में अपनी व्यथा रखने में मदद की थी जो किसी भी तरह गैर कानूनी नहीं है।
प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि इंसाफ के लिए जनता आत्मदाह को मजबूर है। उन्होंने कहा कि अमेठी की जामों की रहने वाली दो महिलाएं दबंगो और पुलिस की रवैए से इतनी परेशान थीं कि उन्हें आत्मदाह को मजबूर होना पड़ा। यह प्रदेश सरकार के जंगलराज का चरम है कि पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हो रहे हैं। योगी आदित्यनाथ की सरकार चुल्लूभर पानी मे डूब जाना चाहिए।
विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी की सांसद स्मृति ईरानी लॉक डाउन में जनता की सेवा करने के बजाय लूडो और अंताक्षरी खेल रही थीं। अब उनके क्षेत्र में सत्ता संरक्षण में अपराध इतना बढ़ गया कि जनता आत्मदाह को मजबूर है। वे आखिर कहां गायब हैं।
श्री दीपक सिंह ने कहा कि सरकार ने अपनी गलती मानते हुए थाने के दरोगा को सस्पेंड भी किया है। फिर ये बिना सर पैर की साजिश क्यों रच रही है। सच्चाई तो यह है कि 9 मई को साफिया की पुत्री गुड़िया दबंगों पर एफआईआर दर्ज कराती है तथा 13 मई को दबंगों द्वारा गुड़िया सहित अन्य पर फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी जाती है। 4 जुलाई को डीआईजी, आईजी, डीजीपी एवं मुख्यमंत्री सहित सभी से न्याय के लिए प्रार्थना करती रही लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकार का रवैया पूर्व की तरह इस मामले में भी हीलाहवाली का रहा और मुद्दों से भटकाने एवं विरोधी पार्टी को कुचलने का कुचक्र रचती रही है। प्रदेश के अन्य विपक्षी दलों के दरवाजे बन्द हैं। मीडिया जनता की आवाज है। सरकार डरकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करा रही है।
कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता ने कहा कि विधानसभा के गेट नम्बर तीन पर आत्मदाह के बाद प्रशासनिक कमी को छुपाने के कांग्रेस प्रवक्ता को फंसाने की भाजपा साजिश रच रही है। भाजपा को राजनीतिक शिष्टाचार नहीं भूलना चाहिए। कोई भी पीड़ित किसी भी राजनीतिक या सामाजिक संगठनों से मदद मांगता है। उसके दफ्तर जाता है, यह एक सामान्य सी बात है। भाजपा क्या कभी विपक्ष में नहीं रही है। क्या भाजपा कभी विपक्ष में नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि हजरतगंज से लेकर जामों तक पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही क्यों हो रही है? उन्होंने कहा कि पुलिस और अपराधियों के गठजोड़ के चलते पीड़ित आत्मदाह को मजबूर हुईं हैं। भाजपा नेताओं से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक न्याय की गुहार लगाने वाली पीड़ित महिलाएं आत्मदाह करने को क्यों मजबूर हुईं इसका जवाब भाजपा को देना पड़ेगा।
· Police is indulging in criminal lies to implicate Congress in self-immolation by Amethi victims: Virendra Chaudhary
· Victims didn’t meet Mr Anup Patel on the day of incident nor did talk to him on phone: Virendra Chaudhary
· Neither media nor family members of victims being allowed to meet them: Virendra Chaudhary
· There is an attempt to malign pro-people image of Congress: Virendra Chaudhary
· Jungle Raj in the state, victim forced to commit self-immolation for justice: Virendra Chaudhary
· Embarrassing for the government that the victim was forced to commit self-immolation for justice: Virendra Chaudhary
· Smriti Irani should reply why the woman from Amethi was forced for self-immolation: Deepak Singh
· Police-criminal alliance in Yogi Raj forced victim for self-immolation: Deepak Singh
· Government is trying to implicate Congress spokesperson in a conspiracy to hide the collapsed law and order: Deepak Singh
Lucknow, 20 July, 2020:
Uttar Pradesh Congress Committee (UPCC) on Monday launched a fresh attack on the Yogi Adityanath Government, stating that criminal efforts are being made to implicate the party and its spokesperson in the incident of self-immolation by two victims from Amethi. It is being done by the police to hide the brazen failure of the Yogi Government in maintaining law and order situation in the state. The whole of the state is in the grip of Jungle Raj. The police-criminal nexus is at its peak. People are distraught over growing hooliganism in the state day by day.
In a statement, UPCC vice president Virendra Chaudhary said that the Congress has no role in the self-immolation by two distressed women in front of the Lok Bhawan. The so-called involvement of the Congress in the unfortunate incident is nothing but a criminal lie being scripted by the police at the behest of their mentors on the 5th Floor. Mr Chaudhary said that on the day of the incident the victims didn’t meet Mr Anup Patel nor rang him up. The Yogi Government is indulging in a ludicrous game plan to put the blame on Congress for deteriorating law and order situation in the state, which the people are not going to accept. Neither the media nor the family members of victims are being allowed to meet them. The victims are being pressured by the police to extract statements of their choice to blame the Congress.
It is the rights of every citizen to share her pain and make pleas for justice. Similarly, the two women, who committed self-immolation, went to the office of every political party. Mr Anup Patel just helped them out in putting forth their trauma, which is not illegal at all.
Mounting the attack further, the UPCC vice president said that there is Jungle Raj in the entire state. The obnoxious nexus between criminals and police is at its peak. The people of the state are in deep trouble as criminals and police have gone berserk, showing little respect to the rule of law.
Mr Chaudhary said that due to Jungle Raj in the state, people are forced to commit self-immolation for justice. He said that two women from Amethi were so much pained by the criminality of musclemen and nonchalant attitude of the police that they were forced to commit self-immolation. It is the climax of the Jungle Raj in the state that the victims are being forced to commit self-immolation after the denial of justice.
Legislative Council leader Mr Deepak Singh said that Amethi MP and Union Minister Smriti Irani is playing ludo and ‘antakshari instead of serving the public during the lock-down. Now, under the protection of powers-that-be in her area, the crime has flourished so much so that the people are forced to commit self-immolation. Where is missing Mrs Irani?
Mr Deepak Singh said that the state government has also suspended the guilty SHO of the police station while admitting his mistake. Then why is this plotting against the own people of the state without any reason?
The Congress Legislative Council leader said the BJP is plotting to implicate the Congress spokesperson to hide the criminal administrative failure after self-immolation at the Gate Number 3 of the Lok Bhawan. BJP should not forget political etiquette. Any victim seeks help from any political party or social organization. He goes to his office. This is a normal thing. Has the BJP never been in opposition? Will the BJP never be in opposition?
He asked why the action was being taken against the policemen from Hazratganj to other places. He said that due to the nexus between police and criminals, the victims have been forced to take extreme steps. The BJP will have to answer why the victims seeking justice from the BJP leaders to police top brass are forced to commit self-immolation.
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