प्रवासी श्रमिकों का होम क्वारंटाइन निर्देश जारी, आर.के. तिवारी मुख्य सचिव
👉 रेलवे स्टेशन से किसी भी प्रवासियों को सीधे होम क्वारंटाइन न भेजें।
तहसील ब्यूरो फरेंदा से नसीम खान की रिपोर्ट
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दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिक और कामगारों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था लॉकडाउन के बीच प्रवासी श्रमिक और कामगारों को उनके घर पहुंचाने के लिए यूपी की योगी सरकार ने काम शुरू कर दिया है। इस आपाधापी में कोरोना संक्रमण का प्रसार न हो, इसके लिए शासन ने निगरानी और देखभाल के लिए होम क्वारंटाइन प्रोटोकॉल तैयार किया है। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा इस संबंध में जारी निर्देश में स्पष्ट तौर पर कहा गया है। कि प्रवासियों के आने पर उनकी स्क्रीनिंग जिला प्रशासन द्वारा कराई जाएगी। 21 दिन होम क्वारंटाइन करने से पूर्व कुछ लोगों के सैम्पल को पूल टेस्टिंग के माध्यम से टैस्ट करवाया जाए। होम क्वारंटाइन भेजने से पूर्व खाद्य सामग्री का पैकेट अवश्य दिया जाए। प्रवासी व्यक्तियों के जनपद में स्थापित आश्रय स्थल पहुँचने पर सुनिश्चित किया जाए। कि किसी भी प्रवासी को रेलवे स्टेशन से सीधे होम क्वारंटाइन न भेजा जाए। आश्रय स्थल जिला स्तर अथवा तहसील स्थल पर हो सकता है। यदि किसी भी जनपद में उसके श्रमिक रेलवे से होम क्वारंटाइन को जाते है। तो सम्बंधित का उत्तरदायित्व निर्धारित करके कार्यवाई की जाएंगी। आश्रय स्थल लाने के बाद सभी श्रमिकों को पर्याप्त समय तक रखा जाए। जिससे उनका विवरण rahatup.in प्राप्त करने में कोई कठनाई न हो। जिन श्रमिकों के पास होम क्वारंटाइन की व्यवस्था नही जोन पर इन्स्टीटयूशनल क्वारंटाइन में ही रखा जाए। जनपदों में प्रवासियों को परिवहन रोडवेज से गाँव तक भेजा जा रहा है। जो उचित नही है। जिसके कारण न रोडवेज बसों का टर्न ओबर टाइम बढ जा रहा है ।ऐसे में स्थानी वाहनों की व्यवस्था करके होम कोरंटाइन करने के लिए सुनिश्चित कार्यवाई की जाय ।
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