कोविड19 से लड़ने वाले जोधा 108/ 102 एंबुलेंसकर्मी तुझे सलाम - प्रथम 24 न्यूज़

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कोविड19 से लड़ने वाले जोधा 108/ 102 एंबुलेंसकर्मी तुझे सलाम


 ✍️ जीवनदायिनी साबित हो रही एंबुलेंस सेवा - देवदूत बनकर आते हैं एंबुलेंस कर्मी

तहसील प्रभारी, फरेंदा से नसीम खान की रिपोर्ट
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  लाक डाउन में जहां हर कोई घरों में रहने को मजबूर है वहीं किसी भी मरीज को अस्पताल आने या अस्पताल से जाने में तकलीफ न हो इसके लिए एम्बुलेंस कर्मचारी दिन रात एक किए हुये हैं।
एम्बुलेंस सेवा के जिले के नोडल अधिकारी डाक्टर आईए अंसारी  ने बताया कि वर्तमान में जनपद में लोगों के लिए 108, 102 और ए.एल.एस सेवा निशुल्क उपलब्ध है।जीवनदायिनि साबित हो रही है एम्बूलेंस सेवा देव दूत बनकर आते हैं उंहोने कहा कि एम्बूलेंस कर्मी जिले में अभी हमारे पास 65 एम्बुलेंस हैं जो 24 घंटे लोगों की सेवा के लिए लगाई गई हैं।
वहीं एंबुलेंस सेवा के कार्यक्रम प्रबंधक नौमीनाथ यादव ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारी और इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर की टीम लोगों की सेवा के लिए युद्धस्तर पर अपनी सेवाएं दे रहें हैं। लाक डाउन में बेहतर एम्बुलेंस सेवा से जहां कोरोना के प्रकोप से बचने में मदद मिल रही है वहीं हार्टअटैक या एक्सिडेंट समेत अन्य आपात कालीन समस्यों से निपटने में लोगों की हर संभव मदद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है हमारे सभी कर्मचारी स्वेच्छाभाव से एक योद्धा के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। इसके लिए सभी कर्मचारियों का बहुत-बहुत धन्यवाद। फील्ड में जाने वाले एम्बुलेंस कर्मचारी कोविड-19 के प्रोटोकाल को पूरी तरह फालो कर रहे हैं।
जिले में एंबुलेंस सेवा की स्थिति
102 सेवा के लिए कुल 32 एंबुलेंस108 सेवा के लिए कुल 29 एंबुलेंस– एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस- चार डर के आगे जीत पहले जब लोगों को जिला अस्पताल लाकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया, जांच में पता चला कि जिस व्यक्ति को अपने एंबुलेंस से लाएं हैं वह कोरोना का पाजिटिव केस है। तब डर तो लगने लगा, मगर जब पुनः उसे दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए पुनः ले जाने की बात आई तो काफी हिम्मत से काम लिया गया। हम कोरोना पाजिटिव मरीज कोबार-बार ले जाने की बात आई तो काफी हिम्मत से काम लिया गया। हम कोरोना पाजिटिव मरीज को बार-बार  एंबुलेंस से अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने को ले गयेऔर मेरी भी जांच हो गई है रिपोर्ट निगेटिव है।
विश्वनाथ,कुलदीप,मुकेश कुमार ईएमटी ने कहा कि मानव सेवा की प्रबल सोच- मानव सेवा हमारा धर्म  पायलट वैसे तो एंबुलेंस सेवा से जुड़ने के बाद कई तरह की विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, मगर इन दिनों पूरा विश्व संक्रमण काल से गुजर रहा है। कोरोना का नाम सुनकर वैसे तो लोगों का रूह कांप जा रहा है, मगर देश सेवा में पूरी सुरक्षा एवं प्रोटोकोल को ध्यान में रख कर निरंतर सेवा दे रहे हैं। कोरोना के पाजिटिवि मरीज को जब ले जाना पड़ा तो मन में थोड़ा डर तो हुआ, मगर हिम्मत बांध कर काम किया। हम लोगों की भी जांच हो गई, रिपोर्ट निगेटिव है।

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