कोरोना वायरस:- सोनौली बॉर्डर थर्मल स्कैनर से जांच शुरू
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
इंडो-नेपाल बॉर्डर स्पेशल रिपोर्ट
सोनौली। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारत नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर थर्मल स्कैनर मशीन लगाकर सोमवार से जांच शुरू कर दी गई सीएमओ के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने भारत नेपाल की प्रमुख सीमा सोनौली में कोरोना वायरस जांच कैंप में डॉक्टरों ने थर्मल स्कैनर से लोगों की जांच की। लोग मशीन के सामने से गुजरते गए और जांच की प्रकिया कम समय में पूरी होने लगी।
5 फीट की दूरी से वायरस का पता लगा लेती है मशीन
यह मशीन 5 फीट की दूरी से ही जांच कर वायरस का पता लगा लेती है। होली के दिन यह मशीन आई थी। लेकिन तकनीकी खराबी के कारण वापस कर दी गई थी।
सीएमओ ने बताया कि सोनौली में यात्रियों की आवाजाही को देखते हुए सरकार के निर्देश पर स्कैनर मशीन लगाई गई है। इस मशीन से यात्रियों की जांच करने में समय की बचत होगी। यह मशीन अत्याधुनिक है। यात्रियों के सामने से गुजरने पर यह लक्षण के बारे में बता देगी। उधर, जिला अस्पताल में जापान से आया एक युवक को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। उसके पिता को भी अलग वार्ड में रखा गया है, जिससे उसकी निगरानी बेहतर ढंग से हो सके। इसके अलावा युवक के घर वालों को भी सुझाव दिया गया है कि वह घर से बाहर न निकलें। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की टीम युवक की निगरानी में जुटी है।
डिप्टी सीएमओ डॉ. आई ए अंसारी ने बताया कि युवक को भर्ती कर निगरानी की जा रही है। युवक को बुखार नहीं है। लेकिन खांसी आ रही है। जांच के लिए नमूना लेकर लैब में भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही लक्षण के बारे में जानकारी हो सकेगी।
नोमेंस लैंड के दोनों तरफ भारत और नेपाल के चिकित्सकों ने कोरोना वायरस की जांच के लिए कैंप लगाया है। भारत से नेपाल आने जाने वाले नागरिकों की स्क्रीनिंग की जा रही है। डॉ. अमित कुमार ने बताया कि 11,589 यात्रियों की जांच हुई बार्डर में जांच कैंप में सोमवार से थर्मल स्केनर से जांच शुरू हुई। भारत से नेपाल जा रहे 23 और नेपाल से भारत आ रहे 30 यात्रियों में बुखार और खांसी होने के कारण रोक दिया गया। सभी को दवा देने के बाद करीब दो घंटे बाद नार्मल होने पर भेज दिया गया।
इस संबंध में डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी है, एंबुलेंस से लेकर सारी व्यवस्था है।
सोनौली बॉर्डर कैंप से बाटे जा रहे हैं सेनेटाइजर और मास्क सरहद के नो मेंस लेंड पर भारत से नेपाल आने जाने वाले भारतीय एवं नेपाली सभी यात्रियों को भारत और नेपाल पुलिस और सामाजिक संस्था द्वारा मास्क और सेनेटाइजर बांटे जा रहे हैं।
*बॉर्डर पर अचानक 25 छात्र बीमार*
नवलपरासी नेपाल कोट के भेरी नगरपालिका 7 स्थित सरस्वती माध्यमिक विद्यालय के 25 छात्र अचानक बीमार हो गए, जिनमें से 7 छात्रों की हालत गंभीर बताई गई। इसकी जानकारी प्रधानाध्यापक धीरेन्द्र शाह ने दी। उन्होंने बताया कि नेपाल कोट के भेरी स्थित सरस्वती माध्यमिक विद्यालय के 25 छात्रों में अचानक तेज ज्वर, खांसी व आंख से आंसू निकलने की शिकायत पर नगरपालिका प्रशासनिक अधिकृत दल बहादुर घर्ति को सूचना दी गई, जिसपर स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम सम्बंधित विद्यालय पर भेजी गई।
*बायोमेट्रिक हाजिरी पर कोरोना का ब्रेक*
कोरोना को लेकर संशय बरकरार है। कुछ लोग जहां बचाव को लेकर सेनेटाइजर व सामानों का प्रयोग करने में जुटे हैं, वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने ऐसे कार्यों को करना बंद कर दिया है जिससे इस वायरस के फैलने के आसार हैं।
अस्पताल तथा उन सभी सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना का भय इस प्रकार हावी है कि लोगों ने बायोमेट्रिक हाजिरी तक लगाना छोड़ दिया है। बायोमेट्रिक की जगह सभी रजिस्टर में हाजिरी लगा रहे हैं।
शासन ने कोरोना वायरस के प्रभाव से विद्यार्थियों, कर्मियों व शिक्षकों को बचाने के लिए सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों को 22 मार्च तक बंद रखने का निर्देश दिया है। लोगों ने कहा कि नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे बहुत से निजी शिक्षण संस्थान हैं जो निर्देशों के विपरीत जाकर जबरिया विद्यालय खोल रहे हैं। उन्हें न तो शासन का डर है न ही प्रशासन का !
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