सोनौली में स्कूली बच्चे को जानवर की तरह पीटने का मामला
👉 सरकारी स्कूलों में बच्चे नही रहे सुरक्षित
👉 प्राथमिक विद्यालयो में शिक्षकों की कृतियों से बच्चों की संख्या में भारी गिरावट
👉 शिक्षकों द्वारा फर्जी छात्र/छात्रा संख्या दर्ज किया जा रहा
👉 शिक्षकों द्वारा फर्जी छात्र/छात्रा संख्या उपस्थिति दर्ज किया जा रहा है
👉 स्कूल ड्रेस, खाना, बैग, किताबो का बंदर बाट
प्रथम 24 न्यूज़ नेटवर्क
सोनौली-महराजगंज।
आजकल के शिक्षकों को घर का गुस्सा स्कूल में बच्चों पर निकाल रहे है, जिससे सरकारी स्कूलों में बच्चों को लेकर एक डर का माहौल बन रहा है, और इस डर के माहौल के जिम्मेदार खुद ही स्कूल के हैवान शिक्षक ही है, जो पढ़ाते तो कुछ नही मगर मारने पीटने में अव्वल श्रेणी का दर्जा प्राप्त कर चुके है, ऐसा ही मामला प्रकाश में नगर पंचायत सोनौली के वार्ड नंबर 5 के गौतमबुद्धनगर (गजरजोत) प्राथमिक विद्यालय का आया है।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को जानवरों के तरह पीटने का ताजा मामला प्रकाश में आया है, बच्चो को शिक्षा देने के नाम पर शारीरिक उत्पीड़न खुले आम किया जा रहा है, इस संबंध में जब बच्चे की माता शिकायत लेकर उक्त शिक्षक से बात करना चाही तो उक्त शिक्षक ने उलट महिला को भला बुरा कहना शुरू कर दिया, यह आरोप महिला ने मिलकर प्रथम 24 न्यूज़ के टीम से अपना हाल बया किया, जिसके उपरांत प्रथम 24 न्यूज़ टीम ने उक्त वार्ड के सभासद से मिल कर मामले को जाना, जिसके बाद सभासद ने महिला को आश्वासन दिया कि उक्त शिक्षक से बात होगी। कि किन कारणों से बच्चे को इस तरह पीटा गया। महिला ने आरोप लगाया कि उक्त बच्चे का स्कूल ड्रेस, जूता, मोजा, किताब सहित तमाम स्कूल समान वापस ले लिया गया है,
महिला ने बताया कि बच्चे के शरीर पर कई चोट के निशान है, बच्चा स्कूल के नाम से ही डर रहा है,
इस सम्बंध में जब स्कूल के प्रधानाचार्य से बात हुई तो उन्होंने सफाई देते हुवे बताया कि, उक्त दोषी शिक्षक पर कार्यवाही किया जाएगा।
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