सोनौली को उजाड़ने की तैयारी पूरी, बेघर होंगे हजारो...उमाकान्त मद्धेशिया
विशेष संवाददाता
सोनौली महराजगंज।
भारतमाला योजना को सड़क पर लाने के लिए अब सरकार पूरी तरह तैयार हो चुकी है, बताया जा रहा है कि नेशनल हाइवे 24 को अब सिक्स लेन का बनाया जाएगा, जिससे सोनौली को जाम से मुक्ति मिल जाएगी। मगर असल कहानी कुछ और ही है। आज हम आपको रूबरू कराएंगे नेशनल हाइवे 24 की सच्चाई से...जिसे लिखने की हिम्मत अबतक किसी गोदी मीडिया में नही है सोनौली की बिकाऊ मीडिया को जनता के दर्द से नही बल्कि सनसनी न्यूज़ से मतलब है, आज तक किसी मीडिया ने सोनौली के भविष्य को लेकर कोई खबर कभी प्रकाशित नही किया, मगर बिगत 5 वर्षो से विज्ञापन रहित सत्य और समाज की आवाज़ बना आपका प्रथम 24 न्यूज़ ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल व वेब TV भारत के जनता का विश्वसनीयता बनाये रखने में कामयाब रहा है। प्रथम 24 न्यूज़ हमेशा जनता की समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित किया है, और आगे भी निष्पक्ष, निर्भीक व निडरता से करता रहेगा। प्रथम 24 न्यूज़ पूर्व में भी सोनौली को जाम मुक्त रखने के एक प्रयास के लिए सरकार को अपने पोर्टल के माध्यम से लिख चुका है, उसी का कुछ अंश आज फिर आप लोगो के बीच रख रहा हु....सोनौली को जाम मुक्ति तभी मिलेगी जब सरकार नेपाल जाने वाले सभी ट्रको के लिए एकल मार्ग का निर्माण करे जो नेपाल कस्टम के पिछले गेट से मिले, ना की सिक्स या 10 लेंथ से जाम मुक्त होगा।।
🔽करोड़ो का व्यापार समाप्त होगा
आज आपको अवगत कराएंगे की नेशनल हाइवे 24 के चौडीकरण से क्या क्या होगा, सच्चाई जानकर आपकी रूह कांप जाएगी, मगर सच्चाई जाननी भी जरूरी है, आप को जानकारी देते चले कि अकेले सोनौली का आर्थिक बाजार रोजाना का करीब 18 करोड़ है, जिंसमे कपड़ा, किराना, हार्डवेयर, बर्तन, मोबाइल कारोबार प्रमुख है, इसके बाद नगर में दो पहिया वाहन कारोबार जिंसमे नए वाहनों का खरीद बिक्री हो या फिर सर्विस इनका कारोबार भी रोजाना लाखो में है, दुकानों की बात करे तो अकेले सोनौली में 400 दुकान जो कि हाइवे पर स्थित मकानों में है। यह पूरी तरह समाप्त हो जाएंगे, व्यापारी सड़क पर आ जायेगा।
🔽बेरोजगारी चरम पर होगी
अकेले सोनौली की बात की जाए तो इस छोटे से कस्बे में कोई बडा उद्योग नही है, मगर फिर भी हजारो लोगो को रोजगार उपलब्ध है, इस नगर से सरहदी गांव ही नही बल्कि सुदूर के कई जिले व राज्य के लोग प्रभावित होंगे, आपको जानकर हैरानी हो रही होगी मगर यह पूरी तरह सत्य है, कपड़ा दुकानों पर हजारों कामगार है, किराना दुकानों पर सैकड़ो, बर्तन दुकानों पर भी सैकड़ों कामगार है, वही मोबाइल शॉप हो या वाहन सर्विस सेन्टर सभी को मिलाकर सैकड़ो लोग है, सोनौली में कुल आबादी से ज्यादा यहां रोजगार के अवसर है जो अब जल्द ही समाप्ति के कगार पर है, सोनौली के उजड़ने से बेरोजगारों की एक ऐसी फौज खड़ी होगी जो भुखमरी की गर्त में समाने को आतुर होगी, इन बेरोजगारों के लिए अब दो ही रास्ते नजर आएंगे या तो यह सोनौली से पलायन कर जाए या फिर भीख मांग अपना व परिवार का पेट पाले।
🔽400 से अधिक मकान मालिक बेघर होंगे
सोनौली में देखा जाय तो पूरा हाइवे 24 ही असल नगर है, सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान इसी मार्ग पर है, एक अनुमानित आंकड़े के अनुसार करीब 400 मकान पूरी तरह नष्ट हो जाएंगे, जिससे 400 से अधिक भूस्वामियों के हजारो परिवार सड़क पर खड़ा होकर भारतमाला योजना का आनन्द उठाता नजर आएगा। और सरकार के इस योजना से बर्बाद हो चुके अपने सब कुछ के लिए खुद को ही कोसता नजर आएगा....और कर ही क्या सकते है, कोसने के सिवा।



















नेता लोग नेतागिरी कर रहे हैं लेकिन सत्य तो यही है कि जिस तरह से फरेन्दा से सदर महराजगंज की सड़क का चौड़ीकरण शासन द्वारा कराया गया ठीक उसी प्रकार सोनौली नेशनल हाइवे का चौड़ीकरण निश्चित तौर पर होना सुनिश्चित है।
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