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हरे, नीले और सफेद सहित धीमे और तेज आवाज की पटाखों का नेपाल में बढ़ी मांग: रिकार्ड तोड़ आर्डर जारी



प्रतिनिधि: असलम खान
सोनौली महराजगंज।

तीज त्यौहार को नेपाल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, वही भारत मे दीपावली और छठ पर्व के मौके पर बड़े लच्छेदार और तेज आवाज के पटाखों की भारी मांग रहती है जबकि वही नेपाल में हल्के और छोटे पटाखों की भारी मांग होती है, इसको लेकर भारतीय सरहदी बाज़ारो में तैयारियां अभी से शुरू हो गई है, कानपुर, फरेन्दा, गाजीपुर और आज़मगढ़ जैसे शहरों में आर्डर देने का क्रम प्रारम्भ हो गया है।

जानकारी देते चले कि, सरहदी बाज़ारो का रौनक नेपाल से आने वाले ग्राहकों से होती है, बॉर्डर के मार्केट में सभी सामान नेपाली ग्राहकों के पसंद और उनके मुताबिक होता है, वही इस बार पटाखों की सबसे बड़ी मंडी के रूप में सोनौली बॉर्डर, नौतनवा, ठूठीबारी व परसा मलिक, खनुवा और बरगदवा है, वही भगवानपुर बॉर्डर भी पटाखा आर्डर देने में सभी बड़े सरहदी बाज़ारो को टक्कर देने की तैयारी में जुट गया है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार दीपावली एवं छठ पर्व पर सोनौली बॉर्डर में 7 करोड़ से अधिक के पटाखों की आर्डर पहले ही पहुच चुका है, वही ठूठीबारी और नौतनवा जैसे कस्बो में 15 से 20 करोड़ की पटाखा खपत होने का अंदेशा बताया जा रहा है, खनुवा और भगवानपुर बॉर्डर भी लगभग 2 से 5 करोड़ के पटाखा कारोबार करने का लक्ष्य बताया जा रहा है, बरगदवा और परसा मलिक बॉर्डर से 3 से 8 करोड़ के पटाखा कारोबार के लक्ष्य को पूरा करेंगे।

नवल परासी जिले के हरपुर बीओपी पोस्ट के डीएसपी विष्णु अधिकारी ने बताया कि जवान रोज की तरह रूटीन गस्त पर पेट्रोलिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान भारतीय सीमा क्षेत्र से झरही नदी बंधे के रास्ते तस्कर भारी मात्रा में पटाखा लेकर नेपाल सीमा के सरावल वड़ा नंबर सात बुडंतवापुर के पास प्रवेश किए। जवानों को देख तस्कर पटाखा फेंककर भाग निकले। बरामद पटाखा की कीमत एक लाख साठ हजार रुपये बताई जा रही है। महेशपुर भंसार कार्यालय के सुब्बा खेम थापा की देखरेख में पटाखों को नष्ट कर दिया गया।


बताते चले कि, कुछ दशक पूर्व नेपाल में तेज व मद्दम आवाज़ के सभी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध था, मगर एक दशक पूर्व नेपाल में धीमे आवाज़ की पटाखों की मांग होना शुरू हुआ तो कुछ वर्ष पूर्व तक तेज आवाज की पटाखा लोगो को आकर्षित करने लगी, उसी मांग को देखते हुवे इस वर्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में पटाखों की बड़ी मांग शुरू हो गया, कारोबार से सम्बंधित कारोबारी पटाखों की एडवांस बुकिंग शुरू कर चुके है, सूत्र बताते है कि, पटाखों की बड़ी खेप के बहुतयात आर्डर की डिलिवरी भी हो चुकी है, और नेपाल से आने वाले खरीदार पटाखों को खरीद कर ले भी जा रहे है।

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