नेपाल में भारतीय बालाओ का मुँहमाँगा बोल: कैसिनो से लेकर होटलो तक मे भारी मांग
नेपाली बालाओ ने सड़क की पटरी पर डाला डेरा: ग्राहकों को ताकती है तपस में आंखे
नेपाल डेक्स: संजय चौधरी
अपनी सांस्कृतिक जीवन यापन कर रहे एशियाड देश का नेपाल आज पश्चिमी देशों की तर्ज पर पूरी तरह बदल चुका है, वही फ्री निजी (PRIVATE RELATIONSHIP) सम्बन्धो को लेकर नेपाल में बड़े बदलाव की आगाज 19वी शताब्दी में ही प्रारंभ हो गया था। धीरे धीरे नेपाल में पश्चिमी सभ्यता की छाप आम जनो पर पड़ने लगी। बताया गया कि, इसका मुख्य कारण नेपाल की बेरोजगारी और रोजगार की कमी ने नेपालियों को यूरोप सहित एशिया के कई देशों तक पहुचाया, जिसके बाद वहां की सभ्यता से प्रभावित नेपालियों में सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिमी सभ्यता का असर उपजने लगा, और आज का नेपाल पूरी तरह मिश्रित सभ्यता का प्रमाण बन गया।
यूरोपीय देशों से कमा कर लौटे नेपालियों ने खुद को पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित किया ही साथ ही साथ अपने जानने व पहचानने वालो को भी अपने नए संस्कृति (CULTURE) के साथ जोड़ लिया जो मिश्रित सभ्यता का प्रमाण बन गया।
यही कारण रहा है कि, नेपाल अब एशिया में शराब और शबाब का मुख्य का देश बन गया, वही कैसिनो के मामले में एशिया का सबसे बड़ा नेटवर्क नेपाल ही है, अकेले इस छोटे से देश मे सैकड़ो की तादात में कैसिनो का संचालन किया जा रहा है, जहां एक तरफ नेपालियों को प्रवेश का प्रतिबंध है वही भारत तिब्बत, बंगलादेश, भूटान सहित विश्व के सभी देशों के नागरिकों को प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नही है।
बात करे फ्री निजी (PRIVATE RELATIONSHIP) सम्बन्धो का तो नेपाल में आज यह एक कारोबार बन चुका है, नेपाल के कई बड़े घराने के लोगो की इस कारोबार में संलिप्तता देखी जाती है जिस कारण इस कारोबार से जुड़े तत्वों को नेपाल की स्थानीय पुलिस प्रशासन का प्रभाव नही रहता, वही शराब का मांग (DEMAND) के आंकड़े पूरे भारत जैसे कई देशो को मात देते नजर आती है।
नेपाली होटलो से लेकर कैसिनो तक मे नेपाली मूल के कई बालाओ की मांग अलग अलग शुल्क अदा कर उपभोग किया जाता है, निजी (PRIVATE RELATIONSHIP) सम्बन्ध बनाने के लिए भारतीय एवं अन्य देशों के लोगो को भारी भरकम रकम भुगतान करना पड़ता है, इस रकम से 40 प्रतिशत तक का कमिशन होता है, जो कैसिनो एवं होटलो के दलालों की स्थानीय प्रशासन सहित तमाम लोगो पर खर्च किया जाता है, अगस्त 2024 तक नेपाल में यूरोपीयन देशो के शौकीनों के लिए भारतीय लड़कियों की भारी मांग का खुलासा हुआ, जब पोखरा और काठमांडू के होटलो में यूरोप और अरब देशों के युवाओं के साथ भारतीय और बांग्लादेश की लड़कियां पकड़ी गई, मगर नेपाली प्रशासन ने इस मामले को बड़ा इशू बनने से पहले ही दबाने का हर संभव प्रयास किया।
नेपाल में निजी (PRIVATE RELATIONSHIP) सम्बन्ध बनाने के लिए अलग अलग देशो के लोगो से अलग अलग कीमत की वसूली की जाती है, एशियाड देशो में जहां नेपाली मूल की मगर, ढकाल, थारू जाति की लड़कियों की मांग रहती है, जबकि अरब देशों व पश्चिमी देशों में कनाडा, पोलैंड, अमेरिका, ब्रिटेन के लोगो के बीच भारतीय लड़कियों की सबसे अधिक मांग चल रही है।
वही सच्चाई और सत्यता को छिपाकर कुछ स्थानीय भारतीय मीडिया नेपाल के संस्थानों के साथ मिलकर नेपाल को सबसे शांत और सांस्कृतिक राष्ट्र का दर्जा देने में लगा हुआ है
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