सोनौली नगर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार: मुख्यमंत्री को संबोधित भाजपा नेता ने एसडीएम को सौंपा पत्रक
प्रतिनिधि: असलम खान/शिवम पांडेय
सोनौली/नौतनवा महाराजगंज:
सोनौली नगर पंचायत में बिना टेंडर प्रक्रिया के ही चहेते ठेकेदारों से मिलीभगत कर कई निर्माण कार्य कराए गए हैं और इस संबंध में गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के महाराजगंज जिला कार्यकारी सदस्य जितेंद्र जायसवाल ने यह आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को संबोधित एक पत्र एसडीएम नौतनवा को सौंपा है, जिसमें पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई है।
भाजपा नेता ने एसडीएम को सौंपे गए पत्रक में बताया कि नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1, अंबेडकर नगर में मुख्य मार्ग से आइडियल पब्लिक स्कूल तक 110 मीटर नाली और सीसी रोड का निर्माण बिना टेंडर प्रक्रिया के ही कराया गया है। इस परियोजना की लागत 14 लाख 35 हजार रुपये निर्धारित की गई है। इसी प्रकार, वार्ड नंबर 6, गांधीनगर में पीडब्ल्यूडी रोड से मस्जिद होते हुए बिस्मिल्लाह के घर तक 100 मीटर नाली सड़क का निर्माण कार्य जारी है, जिसमें नाली और ईजिंग का काम पहले ही पूरा हो चुका है। इस परियोजना का भी टेंडर नहीं कराया गया है, और इसकी अनुमानित लागत 10 लाख 93 हजार रुपये है।
“जग लुटे प्रियवर ना छुटे” की तर्ज पर चल रहा नगर पंचायत सोनौली में भ्रष्टाचार का प्रदेश में सबसे बड़ा खेल: किसके शह पर बेबाक है नगर के जिम्मेदार ★★★ बिना टेंडर के चहेते ठेकेदारों से कराए गए निर्माण कार्य, भ्रष्टाचार के लगे गंभीर आरोप, सभी कार्यो को श्रमदान घोषित करने की मांग- भाजपा नेता जितेन्द्र जायसवाल
इसके अलावा, वार्ड नंबर 13, बिस्मिल नगर में अधया के घर से मोहम्मद नसीम के घर तक 110 मीटर नाली सड़क का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें नाली का निर्माण पूरा हो चुका है। इस परियोजना की लागत 11 लाख 4 हजार रुपये है। वार्ड नंबर 11, बाल्मीकि नगर में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में भी 31 लाख 65 हजार रुपये का कार्य बिना टेंडर के कराया जा रहा है। इन सभी कार्यों को श्रमदान घोषित कराया जाना जनहित में आवश्यक बताया है।
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि 29 अगस्त 2024 को नगर पंचायत सोनौली द्वारा अल्पकालिक ई-निविदा सूचना पत्रांक संख्या 116 के तहत टेंडर आमंत्रित किया गया था, किंतु अभी तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। इसके बजाय, नगर पंचायत 20 सितंबर 2024 को टेंडर खोलने की कार्रवाई कर रही है, जो कि भ्रष्टाचार का संकेत है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पंचायत के अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी ने अपने चहेते ठेकेदारों को ठेके देने और सरकारी धन का दुरुपयोग करने की योजना बना रखी है।
जितेन्द्र जायसवाल ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि नगर पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।
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