नेपाल भंसार की करतूत को लेकर भारतीय व्यापारियों ने इंडिया कस्टम अधिकारियों के साथ कि बैठक - प्रथम 24 न्यूज़

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नेपाल भंसार की करतूत को लेकर भारतीय व्यापारियों ने इंडिया कस्टम अधिकारियों के साथ कि बैठक


उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के नौतनवा तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल के अगुवाई में व्यापारियों ने की बैठक


सोनौली महराजगंज।

नेपाल भंसार (कस्टम) के भड़काऊ रवैये को लेकर भारतीय सीमावर्ती क्षेत्रों के व्यापारी खासा नाराज नजर आए, इसी कड़ी में पहले स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की, इसके बाद आज शाम को भारतीय कस्टम के आलाधिकारियों के साथ बैठक कर अपनी समस्याओं को रखा, समस्याओं को सुनने के बाद भारतीय कस्टम अधिकारियों ने अस्वस्थ किया कि, नेपाल कस्टम (भंसार) अधिकारियों के साथ बैठक कर कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।

ज्ञात हो कि, नेपाल कस्टम (भंसार) के कर्मियों द्वारा सर्वप्रथम पम्पलेट बांटा गया उसके बाद सूचना चस्पा किया इस भर भी पेट नही भरा तो लाउडस्पीकर से माइकिंग शुरू कर लोगो मे भय पैदा करना शुरू कर दिया। इस बात की जानकारी जैसे ही भारतीय क्षेत्र के व्यापारियों को हुई तो नेपाल भंसार के मनमाने नियम को लेकर नाराजगी जाहिर की।

व्यापारी नेता सुभाष जायसवाल ने कहा लाउडस्पीकर द्वारा नेपाल कस्टम अपने नियम का जो उदघोष कर रहा है उससे लोगो के मन मे भय उत्पन हो रहा है जिस कारण भारत नेपाल के सीमावर्ती बाजार पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है तो वही व्यापार चौपट होता जा रहा है।

सोनौली के प्रमुख कपड़ा व्यापारी सोनू साहू ने कहा कि, आम नेपाली और आम भारतीय नागरिकों की आपस मे जो अच्छी बॉन्डिंग है उस को तोड़ने का प्रयास नेपाल भंसार द्वारा किया जा रहा है, सोनू साहू ने यह भी कहा कि, 1751 किमी भारत नेपाल की सींमा के सिर्फ बेलहिया में ही लाउडस्पीकर पर फरमान जारी क्यो किया जा रहा है अन्य किसी सींमा पर इस तरह का प्रचार नही किया जा रहा है।

उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के नौतनवा तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने कहा भारत नेपाल शान्ति तथा मैत्री सन्धि (Indo-Nepal Treaty of Peace and Friendship) भारत और नेपाल के बीच में 31 जुलाई 1950 में काठमांडु में हस्ताक्षरित किया गया एक अन्तर्राष्ट्रीय सन्धि है जिस के अन्तर्गत दोनों देशों के सम्बन्ध निर्धारित हुवे। इस संधिनुसार भारत और नेपाल दोनों देशों की सीमा एक-दूसरे के नागरिकों के लिए खुली रहेगी और उन्हें एक-दूसरे के देशों में बिना रोकटोक आने जाने व रहने सहित काम करने की अनुमति होगी। वही अपनी आवश्यकता का सामान घरेलू उपयोग के लिए लाया ले जाया सकता है, भारत 25000 तक का घरेलू सामान नेपाली जनता को छूट देती है वही नेपाल कस्टम 1950 के एक नियम 100 रुपये से ज्यादा समान पर कस्टम डुईटी को अब लागू कर रहा है जो टीटी संधि को तोड़ने जैसा है।


व्यापार मण्डल सोनोली अध्यक्ष बबलू सिंह ने कहा नेपाल कस्टम के इस तानाशाह रवैये के कारण भारतीय एरिया में बेरोजगारी बढ़ेगी इस पर भारत सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।

कस्टम सुप्रिटेंड एस के पटेल ने कहा व्यापारी अपनी समस्या को लेकर आए थे जिस के हल के लिए जल्द ही नेपाल भंसार (कस्टम) अधिकारियों संग एक बैठक की जाएगी।

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