100 रुपये के मामले पर चुप्पी: आखिर नेपाली जनप्रतिनिधि क्यो भाग रहे दूर
“रोटी बेटी का सम्बंध” दाव पर है part 01
सोनौली महराजगंज।
नेपाल भंसार ने जब से भारत से लाएं जा रहे रोजमर्रा के 100 से अधिक के सामानों पर कर लगाया है तब से नेपाल का होटल और पर्यटन स्थलों में सन्नाटा छाना शुरू हो गया है, हालात यह है कि, नेपाल का पर्यटन उद्योग सहित होटल कारोबार अपने अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद कर रहे है।
सोनौली के करोडो रुपये कारोबार पर लगा ग्रहण
सोनौली बॉर्डर के रास्ते भारतीय व्यापारी एवं उन पर आश्रित लोग नेपाल में लाखों रुपये रोजाना खर्च करते थे मगर जब से कारोबार प्रभावित हुआ है नेपाल जाने से लोग कतराने लगे है। वही भारत नेपाल की 1751 किमी लंबी खुली सीमा के सभी प्रमुख नाको पर छूट दी जा रही जबकि सोनौली बेलहिया बॉर्डर पर अभी भी कड़ाई जारी हैं
बॉर्डर की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का आखिर किसके षणयंत्र
नेपाल भारत के मधुर सम्बन्धो एवं रोजी रोटी सहित कई मामलों को लेकर स्थानीय व्यापारियों ने भारतीय क्षेत्र सहित नेपाली क्षेत्र के नेताओ एवं अधिकारियों से संपर्क किया मगर आज 6 माह बाद भी मामला वही का वही नजर आ रहा है। इसमे सबसे बड़ी लापरवाही नेपाली जनप्रतिनिधियों की है, जो भारत से पर्यटक और उनको खर्च के लिए लाखों रुपये की छूट दिला रहे है जबकि, भारतीय बाज़ारो से उनके ही देश का कोई नागरिक 100 रुपये से अधिक का सामान नही ला सकता।
अपने ही नागरिको पर जुल्म कर रहा नेपाल: जनप्रतिनिधियों के इशारे पर चल रहा खेल
नेपाल के राजनीतिक सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि, नेपाली जनप्रतिनिधियों नेपाल भंसार के नियम से दूर भाग रहे है, उनका मानना है कि, नेपाल भंसार का यह नियम देश हित मे और नेपाल के अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। नेपाल के एक जनप्रतिनिधि ने प्रथम 24 न्यूज़ से नाम उजागर ना करने के शर्त पर बताया कि, भारत नेपाल 1952 की जो संधि हुई है उसी का पालन कराया जा रहा है, यह जनप्रतिनिधि ने यह भी खुलासा किया की, 100 रुपये के मामले में भारत को या भारत के व्यापारी को दूर दूर तक कोई वास्ता नही है, यह नेपाल के आंतरिक मामले है। जनप्रतिनिधि ने यह भी बताया कि, भारत के सरहदी बाज़ारो में जाने से किसी को रोका नही गया है, मगर अपने हॉट बाज़ारो को बचाएं रखने के लिए हमे उस नियम को समर्थन देना देश हित मे है।
भैरहवा भंसार कार्यालय बेलहिया शाखा के कड़े रवैये को लेकर जहा भारतीय बाज़ारो में भारी उथल पुथल है
भारतीय व्यपारियो की सब्र का बांध अब टूटता नजर आ रहा है, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने बताया कि, जल्द ही व्यापारी समस्याओं का निदान नही हुआ तो व्यापारी सड़क पर उतने को विवश होगा, वही महा बंदी कर बाज़ारो को बंद किया जाएगा। सुभाष जायसवाल ने बताया कि, स्थानीय प्रशासन सहित प्रदेश एवं नेपाल के अधिकारियों अवगत कराया जा चुका है।
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