श्यामकाठ भगवानपुर बीच की पगडंडिया बनी तस्करी का मुख्य मार्ग: तस्करो की सरहद पर बढ़ी हनक
प्रतिनिधि: शिवम पांडेय/असलम खान
भगवानपुर/श्यामकाठ नौतनवा
मुनाफाखोरी और तस्करी को अंजाम दे रहे तस्करो का एक बड़ा नेटवर्क भगवानपुर बॉर्डर पर सक्रियता से काम कर रहा है, सैकड़ो भरोसेमंद कैरियरों के साथ इनका नेटवर्क चल रहा है, इन तस्करो के माफियाओ के बीच आपसी सौहार्द में आजकल खटास पड़ने की जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है।
सूत्रों की माने तो आजकल तस्कर माफियाओं के बीच तस्करी को लेकर होड़ मच गई है, सबसे तेज व दबंग तस्कर माफिया सब पर भारी पड़ता नजर आ रहा है, तस्कर सूत्रों के मुताबिक इनके गिरोह में कई दबंग किस्म के लोगो का आगमन होने से इनका कारोबार धड़ल्ले से होता नजर आ रहा है।
तस्कर माफियाओं की आपसी खटास से कमजोर तस्कर माफिया को निगल जा रहा है, जिससे वह अकेले भगवानपुर बॉर्डर पर एकछत्र राज कर सके व अपनी धमक बढ़ाने के लिए अपने गैंग में ऐसे युवाओ को लिया है जो मारने मरने पर आमादा रहते है, नेपाल में भारी मुनाफाखोरी के वास्ते नेपाली तस्करो का दल छल, धन और बल से तस्करी में संलिप्त नजर आ रहे है, सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि, श्यामकाठ भगवानपुर के बीच नेपाली सीमा को छूती करीब 5 पगडंडिया इन तस्करो के लिए सुगमता भरा माहौल बना दिया है।
भगवानपुर और श्यामकाठ के बीच कई पगडंडिया ऐसी है जो भारतीय सीमा से होकर नेपाल की सीमा तक जाती है, यह पगडंडिया खेतो के बीच से होकर जाने के कारण तस्करो को बचने का सुनहरा मौका बना दिया है, बताया जा रहा है कि, एक से दो किमी की इस दूरी को चन्द मिनट में पार कर नेपाल की सीमा में पहुचना बेहद आसान है।
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