NEPAL: बॉर्डर पर सख्ती तस्करों में मस्ती, नेपाल प्रहरी की मुश्किल बढ़ी, सामान अब तस्करी के माध्यम से पहुच रहा नेपाल
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
रूपनदेही/तौलियाहवा/परासी नेपाल।
नेपाल भारत सीमा के सभी नाको पर नेपाल प्रशासन के सख्ती से अब नेपाली ग्राहक भारतीय क्षेत्र के सरहदी बाजारों से सामान लेकर मुख्य नाको से ना जाते हुवे चोर रास्तों एवं खेतो से होकर निकल रहे है, जिससे नेपाल प्रहरी को भारी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी देते चले कि, आर्थिक तंगी से जूझ रहे नेपाल के व्यापारियों ने वाणिज्य संघ नेपाल से भारत के तरफ से आने वाले 100 रुपिया से अधिक के सामानों पर कर लगाते हुवे भारत नेपाल व्यापार संधि का हवाला देते हुवे शिकायत किया। जिसके बाद नेपाल भंसार पर सख्ती से इस नियम का पालन कराने के लिए जिला प्रहरी को लगा दिया गया।
हालांकि नेपाल की जनता पहले से ही भुखमरी के तरफ अग्रेषित थी ही वही नेपाली व्यापारियों ने अपने ही देश की जनता को रसातल में धकेलने काम कर दिया, नेपाल कस्टम की इस करतूत की निंदा करते हुए नेपाल दांग निवासी हुमेश लामा ने कहा कि, नेपाल सरकार को अपने देश के नागरिकों की चिंता नही रहा, पहले से जीवनयापन के जद्दोजहद में लगे आम नेपाली नागरिक अब दाने दाने का मोहताज हो रहा है, वही सियारा गाऊ पालिका निवासी धर्मेन्द्र कुहार ने कहा कि, नेपाल में जो राशन 500 में खरीदा जाता है, वही भारतीय बाजार में 200 में पूरा हो जाता है, हम खाने के लिए सामान लाते है, रोकना है तो उन्हें रोके जो तस्करी कर के ला रहे है।
वहीं नेपाल के बुटवल निवासी मीरा ने कहा कि, घरेलू सामानों को लाने पर कस्टम ड्यूटी लगने से आम नेपाली जनता त्राहि त्राहि करने लगी। बाले मगर ने कहा कि, अगर स्थिति सामान्य नही हुआ तो नेपाल का आम नागरिक जल्द ही आंदोलन को बाध्य होगा। और इसकी पूरी जिम्मेदारी नेपाल की मौजूदा सरकार की होगी।
बीते मंगलवार को भारतीय सीमा क्षेत्र के सोनौली, भगवानपुर, परसा मालिक, बरगदवा, ठूठीबारी, ककरहवा, अलीगढ़वा सहित तमाम बाजारों में भारतीय क्षेत्र के ग्राहक अपने नजदीकी बाजारों में जमकर खरीदारी करते नजर आए।
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