नेपाल पुलिस का गजब कारनामा, भारतीय कार मालिक को ही कार चोर बना दिया - प्रथम 24 न्यूज़

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नेपाल पुलिस का गजब कारनामा, भारतीय कार मालिक को ही कार चोर बना दिया



👉 गाड़ी मालिक को छोड़ने के लिए 25 लांख जुर्माना की मांग

👉 30 परसेंट कमीशन के कारण यह खेल खेला जा रहा है


सोनोली बॉर्डर स्पेशल न्यूज़ रिपोर्ट

भारतीय पर्यटको की नेपाल में मुसीबत कम होने का नाम नही ले रही है, नित रोज रोज, नए नए आइडिया से कानून का डर दिखा कर भारतीय पर्यटकों को लूटा जा रहा है, वह भी ऐसे समय में जब नेपाल जाने वाले भारतीय पर्यटको की संख्या सबसे ज्यादा है।

भारत के राजस्थान से 4 दोस्त अपने निजी वाहन से बीरगंज बॉर्डर से 30 जून को नेपाल सीमा में प्रवेश किया जहां किसी ने नेपाल कस्टम के कागजात बनवाने को नही कहा, यह 1 जुलाई को काठमांडु पहुचे, वहाँ पहुचने पर इन लोगो को किसी ने कस्टम कागजात की बात कही तो यह लोग काठमांडु एयरपोर्ट के कस्टम कार्यालय पर पहुचे जहाँ के अधिकारियों ने इन लोगो को बेलेहिया कस्टम कार्यलय पर जाकर कागजात बनवाने को कहा, बेलेहिया आने के क्रम मे नेपाल की वालींग पुलिस ने कस्टम कागजात ना मिलने पर इन लोगो को एक दिन थाने मे बंद किया और गाड़ी मालिक सहित इन की  महेंद्र एस यू भी कार (RJ 09 CC 7534) बेलेहिया कस्टम भेज दिया और गाड़ी मैं बैठे तीन साथी नागेंद्र यादव, अजित यादव और रवि यादव निवासी अलवर राजस्थान को छोड़ दिया।

वही बेलहिया कस्टम ने गाड़ी मालिक नरेन्द्र सिंह निवाशी डींग थाना भरत पुर पर उनके गाड़ी का चोरी कर नेपाल गाड़ी लाने का मुकदमा दर्ज कर उनको  छोडने का 25 लांख का जुर्माना लगा दिया जुर्माना ना देने तक गिरफ्तार रहने की बात कही, वही गाड़ी को सीज कर दिया।

क्या है नियम

गाड़ी सीज होने पर भारतीय को गाड़ी नही मिलती उस को नीलाम कर दिया जाता है। नेपाल कस्टम मे नियम यह है अगर कोई बिना कस्टम कागजात के नेपाल प्रवेश करता है तो उस गाड़ी मालिक को 14 दिन का समय दिया जाता है किस वैद्य रास्ते से नेपाल में प्रवेश किए कोई एक प्रूफ जो बता सके इस रास्ते से आये तो गाड़ी मालिक को अपने कागजात सहित कस्टम कार्यलय पर आना होता है जहाँ जुर्माना ले कर गाड़ी छोड़ दिया जाता है। वही अगर भारतीय वाहन बिना कस्टम के लावारिश हालात में मिलती है तो उस को सीज करने का प्रावधान है।

इस सम्बंध में नौतनवा व्यापार मण्डल तहसील अध्यक्ष सुबाष जायसवाल ने बताया इस केस में नेपाल पुलिस ने गाड़ी मालिक को ही चोर बना दिया जो सरासर गलत है।

भारत नेपाल मैत्री समाज के अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा सवारी होते हुए भी 2 दिनों में गाड़ी को सीज कर देना और ऊपर से गाड़ी मालिक को गाड़ी का चोर बता कर नेपाल पुलिस ने गलत काम किया है, इस का विरोध जल्द सींमा पर किया जाएगा।

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