नेपाल में मुद्रा चलन को लेकर घटी भारतीय पर्यटकों की संख्या
👉 नेपाल में भारतीय मुद्रा के औने पौने दाम से भड़के पर्यटक नेपाल जाने से कर रहे गुरेज
👉 एक माह से घटे हजारो भारतीय टूरिस्ट
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
सोनौली महराजगंज।
नेपाल की अर्थव्यवस्था का मुख्य श्रोत भारतीय पर्यटक अब नेपाल जाने से भयभीत हो गए है, नेपाल में आये दिन भारतीय पर्यटकों के साथ लूटपाट, छिनैती के साथ अब भारतीय मुद्रा का नेपाल में बहिष्कार करने से भारतीय पर्यटक नेपाल के नाम से ही दूर भाग रहे है, एक समय था जब नेपाल में प्रवेश करते ही भारतीय पर्यटको का सोनौली बॉर्डर पर भव्य स्वागत किया जाता था, वही आज की स्थिति यह है कि, कब कौन सा भारतीय पर्यटक लूट का शिकार हो जाये कुछ कहा नही जा सकता है।
नेपाल में भारतीय मुद्रा के बहिष्कार करने व भारतीय फुटकर सामानों के क्रम में नेपाल के व्यापारियों और व्यापारिक संगठन के विरोध के बाद नेपाल के व्यापारी भारतीय पर्यटकों से भारतीय मुद्रा नही ले रहे है। भारत के दूर दूर से आने वाले पर्यटक सरहद पार पहुचते ही ठगी का शिकार हो जा रहे है। उन्हें भारतीय मुद्रा एक्सचेंज काउन्टर पर बदलने के लिए करीब पांच रुपए कमीशन के रूप में देना पड़ रहा है। वही नेपाल के कई शहरों में भारतीय 100 रुपये के खरीदारी पर 10 रुपये से 30 रुपये नेपाली कटौती कर सामान दिया जा रहा है।
जिससे अब भारतीय पर्यटक नेपाल जाने से गुरेज करने लगे है। नेपाल राष्ट्र पूर्ण रूप से पर्यटन पर निर्भर है, वही नेपाल आज की तारीख में अर्थव्यवस्था को लेकर लड़ाई लड़ रहा है। महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी इस कदर अपना पाव जमा लिया है कि, इससे मुक्ति पाना असम्भव सा है। लोग काम की तलाश में भारत सहित विदेशों में पलायन करने को मजबूर है। ऐसे में नेपाल में भारतीय रुपये बदलने के नाम पर या भारतीय मुद्रा में खरीदारी करने पर नेपालियों द्वारा औने पौने दाम लगा कर दिया जा रहा है। जिससे भारतीय पर्यटकों में काफी नारजगी है।
भारतीय मुद्रा वहिष्कार के बाद धरासायी हुआ नेपाल पर्यटन व्यवसाय
नेपाल के पर्यटन उद्योग पर भारतीय मुद्रा बहिस्कार का असर देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में यहां के अलावा भारत के अन्य हिस्सों से लोग नेपाल घूमने जाते हैं। लेकिन इन दिनों उनकी संख्या काफी घट गई है। वहीं स्थानीय एजेंटों का कहना है कि, भारत के अलावा यूरोप व चीन के पर्यटकों ने भी अपनी बुकिंग रद्द करवानी शुरू कर दी है। नेपाल के चितवन में पर्यटन उद्योग को झटका लगा है। वहां पर पर्यटकों की संख्या में काफी गिरावट आयी है। इसके साथ ही रूपनदेही जिले के लुम्बिनी सांस्कृतिक क्षेत्र में भी भारतीय पर्यटक पिछले एक माह से आना कम हुआ है।
नेपाल में वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान भारतीय पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। माह अप्रैल में जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, उक्त अवधि में करीब 1,68,000 भारतीय पर्यटक नेपाल पहुंचे, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 97,313 भारतीय पर्यटकों ने हिमालयी देश की हवाई यात्रा की थी। स्थल मार्ग से आने वाले भारतीय यात्रियों का विवरण नेपाल आब्रजन विभाग नही रखता है। लेकिन पर्यटन विभाग, मंदिर समिति होटल एसोसिएशन और यातायात विभाग ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है। नेपाल भारत मैत्री संघ के बेलहिया अध्यक्ष श्रीचंद गुप्ता ने बताया कि भारतीय मुद्रा का नेपाल में चलन नही होने से पिछले एक माह से भारतीय पर्यटकों के नेपाल आगमन की संख्या कम हुई है।
व्यापार मंडल तहसील अध्यक्ष सुभाष जायसवाल ने बताया कि नेपाल में 100 रुपए भारतीय मुद्रा भी चलन में नही है। नेपाल के व्यापारी भारत मुद्रा लेने से सीधे मना कर रहे है। कुछ बिचौलिए है जो भारतीय 100 रुपए में 150 रुपए नेपाली मुद्रा दे रहे है। जिसे 160 रुपए होना चाहिए। जिसके कारण भारतीय पर्यटक सहित स्थानीय लोग भी नेपाल जाने से बच रहे है।
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