एकलव्य निधि लिमिटेड कंपनी ने किया सटरबंद, लटका ताला, कार्यकर्ताओं व निवेशकों में मचा हड़कंप - प्रथम 24 न्यूज़

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एकलव्य निधि लिमिटेड कंपनी ने किया सटरबंद, लटका ताला, कार्यकर्ताओं व निवेशकों में मचा हड़कंप

कार्यकर्ताओं ने पुरन्दरपुर थाना प्रभारी को दिया तहरीर


क्राइम रिपोर्टर वसीम खान के साथ खुर्शीद आलम खान की रिपोर्ट

पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत समरधीरा में स्थित एकलव्य निधि लिमिटेड कंपनी विगत वर्ष 2017 में स्थापना की गई थी। जिसके कर्ताधर्ता अनन्त कुमार पांडेय निवासी पंडितपुर दर्जीचक है। इस लिमिटेड कंपनी में डेली कलेक्शन, गोल्ड लोन, बिजनेस लोन, भी किया जाता था। एकलव्य निधि लिमिटेड कंपनी में दर्जनों एजेंट सैकड़ों ग्राहक भिन्न भिन्न चौक चौराहों व गाँव से ज़ुड़े थे। कल दिनाँक 23 मार्च 2023 दिन गुरुवार को एकलव्य निधि लिमिटेड कंपनी में एजेंटों व ग्राहकों द्वारा देखा गया कि कंपनी में ताला लटका हुआ है, क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

जनचर्चा की मानें तो दर्जनों एजेंट कंपनी प्रबंधक अनन्त कुमार पाण्डेय के घर पहुँचे और प्रबंधक से वार्तालाप की वार्ता से असंतुष्ट एजेंट, डिग्री चंद जायसवाल, बेचन प्रसाद, राजेश कुमार, अमरजीत चौरसिया, जनार्दन कुमार, रामभरोस, संदीप यादव, महेंद्र कुमार, विजय, धर्मेन्द्र कुमार, समेत दर्जनों लोगों ने पुरन्दरपुर थाने जाकर तहरीर दिया।


वहीं थाना क्षेत्र के समरधीरा, हरैया रघुवीर, अमहवा, सुधारपुर, सहित दर्जनों चौक चौराहे एवं ग्राम पंचायतों से डेली कलेक्शन किया जाता था। शटर डाउन की जानकारी मिलते ही ग्राहकों में हड़कंप मच गया। लोग लिमिटेड कंपनी एकलव्य निधि के एजेंटों व प्रबंधकों को ढूंढ रहे हैं। ग्राहकों में अजय, कैलाश, कलाम, दुधई, सुनील जयसवाल, सीताराम, राजेश जयसवाल, गंगाराम वर्मा, विनोद जयसवाल, दिनेश, राजमन, जगन्नाथ, अंकुर वर्मा, के अलावा सैकड़ों ग्राहकों को दिन में तारे दिख रहे हैं।

इस दौरान लिमिटेड कंपनी एकलव्य निधि के प्रबंधक अनन्त कुमार पाण्डेय से व्हाट्सएप के माध्यम से यह जानकारी मिली कि कंपनी के सभी डायरेक्टर्स क्रमशः जनार्दन मौर्य, दिलीप जायसवाल, बेचन सहानी, डिग्रीचंद जायसवाल, सुरेंद्र त्रिपाठी, सनरूद्ध यादव, राजेश कुमार, अमरजीत चौरसिया द्वारा कंपनी का करोड़ों रुपए लोन और एडवांस के रूप में लेकर वापस नहीं किया गया। जिनके ऊपर मुकदमा दायर कर दिया गया है। और पब्लिक के पास भी लोन के रूप में करोड़ों रुपए फंस गए हैं। जिसकी वजह से तत्काल में निवेशकों का भुगतान हो पाना संभव नहीं है। ये सारे पैसे जैसे ही वापस मिलते हैं सबका भुगतान जल्द से जल्द होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी कोर्ट से नोटिस जारी नहीं हुआ है। शाम तक मुकदमें की नकल सभी एजेंटों के पास भेजवा दी जाएगी। इस संबंध में थानाध्यक्ष उमेश कुमार पुरन्दरपुर का कहना है कि तहरीर मिली है, जाँच कर उचित कार्यवाई की जाएगी।

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