Sonauli big breaking news: कुरियर तस्कर सुरक्षा एजेंसियों के पकड़ से दूर, खुलेआम से पहुचा रहे नेपाल में भारतीय प्रोडक्ट, जानिए कैसे कर रहे कुरियर द्वारा तस्करी....
Courier smuggler, away from the hold of security agencies, openly smuggled with border, India reached Nepal
✒️ कुरियर की आड़ में तस्करी, सुरक्षा एजेंसियों के पकड़ से बाहर कुरियर तस्कर
✒️ तस्करी बनाम कुरियर तस्करी
✒️ सोनौली बेलहिया बॉर्डर पर सक्रिय कुरियर तस्कर
✒️ बेलहिया नेपाल में खोले कार्यालय
✒️ भंसार और ट्रांसपोर्टिंग के जानकार है कुरियर तस्कर सरगना
✒️ नेपाल भंसार को रोजाना लाखो रुपये राजस्व का नुकसान
प्रथम मीडिया नेटवर्क।
सोनौली महराजगंज।
भारत नेपाल के अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से आज कल एक खास तरह की तस्करी का मामला सुनने में आ रहा है। यह तस्करी है कुरियर, जब इस खास तरह की चर्चा सुनने में आई तो इसे विस्तार से जानने की प्रबल इच्छा लोगो मे जागृत होने लगी, कुरियर तस्करी की चर्चा नेपाल में इतनी फेमस हो गई कि, वहां की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह एलर्ट नजर आने लगी, मगर सवाल यह था कि, यह कुरियर तस्करी किस तरह हो रही है, इस पर लगाम कैसे लगाया जाए यह किसी के समझ से परे नजर आ रहा था।
जानकारी देते चले कि, नेपाल में ऑनलाइन शॉपिंग एवं डीएलएम मार्केटिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है, जिसका फायदा भारतीय सीमा में बैठे कुछ ऑनलाइन जानकारों ने बाखूबी उठाने की रणनीति तैयार की, इसी तरह नेपाल भारत बॉर्डर पर बैठे कुरियर तस्करी का शुभारम्भ हुआ।
"इस तरह नेपाल में ऑनलाइन के जगह कुरियर कारोबार आया प्रचलन में"
भारत मे ऑनलाइन मार्केट ने खुदरा व्यापारियों की जहां कमर तोड़ रही है, वही इसी ऑनलाइन कारोबार का फायदा सरहद पर बैठे कुछ इंटरनेट के जानकार भारतीय ऑनलाइन साइट्स से मंगा कर सामानों को नेपाल में बॉर्डर पार कर कुरियर के द्वारा गंतब्य तक पहुचाने का काम कर रहे है, इस तरह यह कारोबार तस्करी के तौर पर देखा जा सकता है।
"कितना कमा लेते है एक दिन में कुरियर तस्कर"
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि, सरहदी बॉर्डर पर बैठे यह कुरियर तस्कर एक दिन में 2100 से 5 हजार रुपये तक का इनकम कर रहे है, वही सूत्रों का कहना है कि, भारतीय सीमा सोनौली के रास्ते यह रोजाना यह कुरियर तस्कर एक एक कर समान को लेकर कुरियर के लिए भैरहवा नेपाल निकल जाते है, सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी मिली है कि, कुरियर तस्करी में कई लोग शामिल है, जो भारत नेपाल सरहदी इलाको के है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि, कुरियर तस्करी में ऐसे लड़को को लगाया गया है जो काफी यंग और बॉर्डर के जानकार है, कुरियर तस्कर सरगना इन लड़को के जरिये ऑनलाइन प्राप्त सामानों को इन लड़को से तस्करी के माध्यम द्वारा भारतीय बॉर्डर से नेपाल के भैरहवा नगर तक पहुचाते है, वहां से कुरियर तस्कर सरगना समान को कुरियर सर्विसेज के द्वारा गंतव्य तक कुरियर द्वारा भेज देता है।
"कमीशन के चक्कर मे युवाओं को बना रहे तस्कर"
बताते चले कि, सूत्रों की माने तो तस्करी में संलिप्त युवाओं कुरियर तस्कर सरगना द्वारा भारतीय बॉर्डर से भैरहवा नेपाल तक एक बार मे 300 भारतीय रुपये से लेकर 1500 रुपये तक कमीशन देते है, सूत्रों द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि, एक दिन में यह लोग सिर्फ दो से तीन बार ही कुरियर लगाने नेपाल ले जाते है। वही सबसे पहले सुबह 8 से 9 के बीच और दूसरे चरण में 1 बजे के करीब वही तीसरे चरण में 5 बजे के करीब। सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि, कुरियर को उनके बॉस द्वारा कहा भेजा जाता है उनको इस बारे में कुछ भी पता नही।
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