पी एस एम पीजी कालेज में फ्रेशर पार्टी का हुआ आयोजन - प्रथम 24 न्यूज़

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पी एस एम पीजी कालेज में फ्रेशर पार्टी का हुआ आयोजन

बी एड द्वितीय छात्र छात्राओं ने प्रथम का किया स्वागत



फरेंदा से तहसील प्रभारी सुबाष यादव की रिपोर्ट

 स्थानीय परमेश्वर सिंह मेमोरियल पी०जी० कालेज आनन्दनगर में बी०एड० विभाग द्वारा आत्म परिचय एवं स्वागत समारोह का आयोजन किया गया।
स्थानीय परमेश्वर सिंह मेमोरियल पी०जी० कालेज में बी०एड० विभाग के प्रशिक्षुओं द्वारा नव प्रशिक्षुओं का आत्म परिचय एवं स्वागत समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें मिस्टर फ्रेशर आरिफ अहमद उस्मानी  एवं मिस फ्रेशर अनामिका मिश्रा चुनी गईं। कार्यक्रम को प्रबंधक व पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में व्यक्तित्व का विशेष महत्व होता है। सूरत कैसी भी हो, लेकिन सीरत अच्छी होनी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि यही सीरत ही आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
व्यक्तित्व संपूर्ण व्यवहार का दर्पण है । व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति व्यक्ति के आचार–विचार, व्यवहार क्रियाओं एवं उसकी गतिविधियाँ होती हैं । व्यक्ति के आचरण व्यवहार में शारीरिक मानसिक संवेगात्मक और सामाजिक गुणों का मिश्रण होता है जिसमें एकरूपता एवं व्यवस्था पाई जाती है। इस प्रकार व्यक्तित्व व्यक्ति के व्यवहार का समग्र गुण होते हैं, व्यक्ति का समस्त व्यवहार सामाजिक परिवेश से अनुकूलन करने के लिये होता है। प्रत्येक व्यक्ति सामाजिक परिवेश में अपने विशेष व्यक्तित्व के कारण, विशेष व्यवहार करता है।
वहीं बी०एड० विभागाध्यक्ष डॉ० अतुल किशोर शाही ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि समय कभी भी किसी के लिए नहीं रुकता, इसलिए सही समय पर अपने कार्य करना जरूरी होता है। समय का महत्व,जो इंसान सीख गया,वह जिंदगी में जरूर सफलता प्राप्त करता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं प्रशिक्षण विभाग के प्रभारी आर० एन० सिंह ने कहा कि प्राचीन काल से देश के भविष्य का विकास शिक्षकों के हाथ में होता रहा है। हम जीवन में क्या बनते हैं यह भी शिक्षक पर निर्भर करता है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० अशोक भारतीय ने कहा कि शिक्षक की भूमिका विद्यार्थी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। इसी बात को समझते हुए अध्यापक की कुछ उत्तर दायित्व है जिन्हें निभाना उनकी एक आवश्यक जिम्मेवारी है। बी०एड० विभाग के सहायक आचार्य डॉ० अश्विनी कुमार पाठक ने अनुशासन पर चर्चा करते हुए कहा कि अनुशासित व्यक्ति अपने समाज के सभी नियमों का पालन करता है, वह दूसरों को सम्मान देता है और दूसरों से सम्मानित होता है, उसे अपने व्यवहार पर पूर्ण नियंत्रण रहता है, वह कभी कानून का उल्लंघन नहीं करता, वह कभी किसी को दुःख नहीं देता, वह एक सच्चा देशभक्त होता है।
इस दौरान अरुन सिंह राना महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के आचार्य गण उपस्थित रहे।

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