बिजली कटौती और कर्मचारियों के मनमानी को लेकर ग्रामीण बैठे धरने पर
सन्दीप सरोज की रिपोर्ट
करहां (मऊ) : 33/ 11 क्षेत्र जमुई विद्युत उपकेंद्र से करहा क्षेत्र को सप्लाई होने वाली विद्युत दुर्यव्यवस्था से क्षेत्रवासी परेशान हैं। यही नहीं क्षेत्र में जर्जर तार, खुले में रखा ट्रांसफार्मर, ग्रामीणों व व्यापारियों से बिजली कर्मचारी चेकिंग के दौरान धन उगाही करना ,इसके लिए कई बार मुख्यमंत्री से गुहार भी लगाया, गांव एवं बाजार में लगे विद्युत पोल जर्जर व टूटे हुए हैं।
जिससे आजिज होकर क्षेत्र के व्यापारी ग्रामीण जिलापंचायत रवि पासी विद्युत सब स्टेशन जमुई पर पहुंचकर मंगलवार को सुबह 6:00 बजे से उपकेंद्र का घेराव करते हुए धरने पर बैठ गए। जिसमें ग्रामीण मांग कर रहे थे कि जर्जर तार, टूटे हुए पोल, और धन उगाही के साथ-साथ विद्युत सप्लाई सही तरीके से की जाए। यदि इसमें सुधार नही हुआ तो हम क्षेत्र के लोग कोई दूसरा कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। धरने पर बैठे लोग बिजली विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध जोर-जोर से नारे लगा रहे थे। इसके बाद धरने पर बैठे लोगों ने जिलाधिकारी तथा अधिशासी अभियंता विद्युत को 5 सूत्री ज्ञापन सौंपा। जिसमें करहा बाजार के बीचो-बीच यूनियन बैंक के ठीक सामने खुले में लगा 400 केवीए एवं 250 केवीए का ट्रांसफार्मर दुर्घटना को दावत दे रहा है। इसी तरह जर्जर तार के कारण आए दिन फाल्ट से 8 से 6 घंटे तक विद्युत नहीं मिल पाती है। व्यापारियों व ग्रामीणों को चेकिंग के नाम पर उत्पीड़न कर धन उगाही की जा रही है। लोड बढ़ाने का दबाव बनाकर व विजिलेंस का डर दिखाकर अधिकारी कर्मचारी लूट रहे हैं।
इस संबंध में मुख्यमंत्री से कई बार गुहार लगा चुके हैं। करहां गांव बाजार की स्थिति बद से बदतर हो गई है। बाजार व गांव में कई पोल टूट गए हैं। वहीं बांस के पोल पर विद्युत सप्लाई हो रही है। टाउन फीडर व पूर्वी फीडर दोनों से लोग अपना कनेक्शन जोड़े हैं। विद्युत उपकेंद्र पर तैनात प्राइवेट कर्मचारीयो का कहना है कि यहां पर कर्मचारी नहीं है, उपकेंद्र पर कोई जरूरी औजार नहीं है, ट्राली सीडी व लाइनमैन भी नहीं है। धरने का नेतृत्व उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विष्णु कांत श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य रवि पासी, सादाब खान, शिब्बू खान, जाहिद, गब्बर सिंह, इनामुल हक, इकबाल, दिनेश कुमार, निगम सिंह, विपिन सिंह, अशरफ कमाल, शमशाद अहमद आदि लोग धरने पर बैठे रहे।
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