सिकंदर सूफ़ी संत का पूरी दुनिया के मरजा आलम को खुला चैलेंज आने वाला दिन इससे भी ज़्यादा खतरनाक साबित होगा
रोक सको तो रोक लो इस वैश्विक कोरोना महामारी को ...सिकंदर सूफी संत दोशीपुरा
रियाज अहमद खान
वाराणसी ब्यूरो।
काशी वाराणसी से एक चौकाने वाला बयान आया है जिसमें एक सूफी संत ने दावे से कहा है कि 3 माह पहले जो खत और झंडा हमने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के नाम से भेजा था वह खत और झण्डा अभी तक नहीं पहुंचा उसमें 3 महीने का समय दिया गया था वह समय खत्म हो चुका है और आज जो पूरे भारत में कोरोना महामारी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं की यह अल्लाह का अज़ाब नाज़िल हो रहा है लेकिन सिकंदर सूफी संत ने जोरदार दलील पेश करते हुए कहा कि ईश्वरी झंडे का अपमान हुआ है उस झंडे का कत्ल होना ही आज पूरा भारत इस कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के आगोश में आ गया है।
और आगे सिकंदर सूफ़ी संत ने बताया कि इस माहे रमज़ान की 21 तारीख 2021 के बाद से तबाही और बढ़ेगी और इंसान चाहकर भी अपनी जान नही बचा पायेगा।
उन्होंने आगे बताया कि यह दुनिया की पांचों आसमानी किताबों में पाया गया है उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इस झंडे को दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती सिर्फ और सिर्फ झंडा ही दुनिया के अज़ाब को रोक सकता है और उनका मानना है की झंडे को लगाकर अपनी अपनी दिफ़ा करें और अज़ाब महामारी से बचें।
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