शैक्षणिक गतिविधियों की जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा की जाएगी निगरानी - प्रथम 24 न्यूज़

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शैक्षणिक गतिविधियों की जिलास्तरीय अधिकारियों द्वारा की जाएगी निगरानी



ऊर्जा संरक्षण के लिए आयोजित स्लोगन एवं पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया पुरस्कृत

प्रभारी छत्तीसगढ़ विरेन्द्र नाथ

जगदलपुर-,  कलेक्टर  रजत बंसल ने मोहल्ला कक्षा सहित गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के शैक्षणिक स्तर को बढ़ाने के निर्देश दिए। गुरुवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों की समीक्षा कलेक्टर  रजत बंसल ने की। इस अवसर पर ऊर्जा संरक्षण के लिए क्रेडा द्वारा आयोजित स्लोगन एवं पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  इंद्रजीत चंद्रवाल, विकास सहायक  निखिलेश हरि, जिला शिक्षा अधिकारी  भारती प्रधान, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के मिशन संचालक  अशोक पाण्डेय, सहित शिक्षा विभाग के विकासखण्ड एवं संकुल स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।



समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों को निर्बाध रुप से जारी रखने के लिए मोहल्ला कक्षाओं का बेहतर ढंग से संचालन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के माॅनिटरिंग की जिम्मेदारी जिला स्तरीय अधिकारियों को दी जाएगी। उन्होंने मोहल्ला कक्षाओं को सीख कार्यक्रम से जोड़ने के निर्देश भी दिए, जिससे बच्चों को मनोरंजनात्मक गतिविधियों के माध्यम से शिक्षित किया जा सके।

कलेक्टर ने बच्चों को मोहल्ला कक्षाओं में नियमित तौर पर आने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने पढ़ाई के लिए आदर्श वातावरण निर्मित किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि बच्चों और पालकों को स्वयंसेवकों की सहायता से प्रेरित किया जाए। उन्होंने स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने में आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए भी स्वयंसेवकों की सहायता लेने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को बौद्धिक के साथ-साथ शारीरिक रुप से भी मजबूत बनाने के लिए अब सप्ताह में एक दिन खेल गतिविधियों के लिए आरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचलों में खेलों के प्रति आकर्षण होने के कारण बच्चों के साथ-साथ पालक भी बड़ी संख्या में उपस्थित होते हैं। पालकों की इस उपस्थिति के दौरान उन्हें बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया। उन्होंने उपचारात्मक शिक्षा के लिए प्रतिदिन शाम को एक घंटा बच्चों को पढ़ाने के निर्देश भी दिए।


 

कलेक्टर ने आमचो बस्तर रेडियो के माध्यम से बच्चों को निर्धारित पाठ्यक्रम एवं स्थानीय परिवेश की आवश्यकता के अनुसार शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसमें रोचकता लाने के लिए स्थानीय बोलियों में सामग्री तैयार करने के निर्देश भी दिए। जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भी आमचो बस्तर रेडियो को उपयोगी बताया।

कलेक्टर ने बच्चों के शैक्षणिक स्तर को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा वितरित किए गए एलेक्सा के संबंध में भी जानकारी ली। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इससे बच्चों में प्रश्न पुछने की क्षमता में लगातार विकास देखा जा रहा है। उन्होंने ग्रामीण अंचल के बच्चों को भी जिला मुख्यालय में निर्मित ग्रंथालय का अवलोकन की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए ग्रंथालय में निरंतर विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से चर्चित बस्तर में चैबीसों घंटे खुलने वाले ग्रंथालय के माध्यम से ज्ञान के प्रसार का कार्य हो रहा है तथा इसका लाभ जिले के सभी बच्चों को मिलना चाहिए।

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