विकास खण्ड लक्ष्मीपुर के गाँव भगवानपुर में नियुक्त सचिव व प्रधान मिलकर खूब लगाया है पलीता - प्रथम 24 न्यूज़

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विकास खण्ड लक्ष्मीपुर के गाँव भगवानपुर में नियुक्त सचिव व प्रधान मिलकर खूब लगाया है पलीता

 


 वर्षों बीत रहे लाभार्थियों का पूरा नहीं कराया शौचालय निर्माण

लक्ष्मीपुर, पुरन्दरपुर से वसीम खान के साथ गणेश यादव की संयुक्त रिपोर्ट/

महराजगंज जनपद के विकास खण्ड लक्ष्मीपुर के ग्राम पंचायत भगवानपुर के गरीबों का समुचित विकास का सपना सचिव और ग्राम प्रधान की खाऊ कमाऊ नीति के चलते चकनाचूर हो रहा है। गांव भगवानपुर के विकास के लिए अन्य विभागों के मद को सीधे ग्राम पंचायत के खाता से जोड़ दिया। 

लेकिन ग्राम पंचायत भगवानपुर का समुचित विकास तो नजर नहीं आ रहा है,किंतु ग्राम प्रधान और सचिव विकास के मद में भेजी गई धनराशि को हजम कर मालामाल हो रहें हैं। विकास के लिए पिछली सरकारों ने जितना धनराशि वर्षों में नहीं खर्च की उतनी धनराशि महज कुछ ही वर्षों में खर्च हो गई। किन्तु विकास का दावा खोखला नजर आ रहा है। गाँव भगवानपुर के विकास के लिए चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जमीनी हकीकत पर नजर डालें तो नजारा ऐसा ही देखने को मिलेगा। देश की बागडोर संभालते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांवों में निवास कर रहे महिलाओं और पुरुषों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने और गांव व आसपास को साफ सुधरा रखने के स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत किया। खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए शौचालय का निर्माण युद्ध स्तर पर शुरू किया गया। शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों के खाता में लाखों रुपये की धनराशि भेजी गई। ग्राम प्रधानों ने शौचालय की धनराशि लाभार्थियों के खाता में न भेजकर स्वयं ठेकेदार बन गए। और गांव भगवानपुर में शौचालय निर्माण का काम शुरू करा दिया। किसी लाभार्थी को ईंट दिया, तो किसी को सीमेंट तो किसी के घर पर कॉकपिट खोदवा दिया। चार वर्ष बाद भी गांव भगवानपुर में ग्राम प्रधान द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित शौचालय अपूर्ण है। और महिला और पुरूष खुले में शौच करने के लिए बिवश हैं। ऐसा नही है कि सरकार ने योजनाओं के देखरेख के लिए कुछ नहीं किया। समिति बनाई, स्वैक्षा ग्राहियों की तैनाती की, किन्तु ये लोग भी इस भ्रस्टाचार के सहभागी बन गए। और इनके द्वारा लगाई गई। रिपोर्ट पर विश्वास कर सरकार ने भगवानपुर ग्राम सभा को खुले में शौच से मुक्ति का तमगा दे दिया। और सभी गांवों को संतृप्त कर दिया। गाँव की मुख्य सड़कें, गलियों और सार्वजनिक स्थानों पर रात के समय अंधेरा न रहे इसके लिए सरकार ने सोलर लाइट व बिजली के खंभों पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए भारी भरकम धनराशि जारी की। सोलर लाइट खरीद बाजार भाव से कई गुना ज्यादा में किए गए। यही नहीं बिजली के खंभों पर बिना स्ट्रीट लाइट लगाए ही भुगतान ले लिया गया। लेकिन गाँव भगवानपुर में उजाला तो नहीं फैला हां अधिकारी, सचिव व ग्राम प्रधान का जीवन प्रकाशमान हो गया। इस संदर्भ में खंड विकास अधिकारी सुधीर पांडेय से फोन पर बात करनी चाही तो संपर्क नहीं हुआ।

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