गाँवों में शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानों की स्थिति में सुधार किए बिना विकसित और समृद्ध भारत की कल्पना नहीं की जा सकती
आजमगढ़ मण्डल प्रभारी राजीव शर्मा की रिपोर्ट
रविवार, 06/12/2020 को 'देवकली देवलास:एक अद्भुत धार्मिक स्थल' फेसबुक' पेज पर ऑनलाइन आयोजित संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत बस्ती जिले के डॉक्टर दीनानाथ पटेल को आमंत्रित किया गया था,
जो जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन होने के अलावा एक प्रसिद्ध योग गुरू, कवि, मोटिवेटर व पर्यावरण प्रेमी हैं तथा मजदूरों व किसानों के हितों के लिए भी कार्य करते हैं। अपने क्लिनिक में इलाज के लिए आने वाले प्रत्येक रोगी को वे निःशुल्क रूप में आम का पौधा भेंट करते हैं। सर्जन के कार्य के अलावा वे राजीव दीक्षित क्लासेज के नाम से कोचिंग सेंटर चलाते हैं जिसमें वे ग्रामीण क्षेत्र के गरीब परंतु प्रतिभाशाली बच्चों को एम.बी.बी.एस. में एडमिशन के लिए सामान्य शुल्क लेकर कोचिंग कराते हैं। इसके अलावा वे बस्ती जिले के राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन में बस्ती मण्डल के मण्डल अध्यक्ष भी हैं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पेज के एडमिन और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, प्रयागराज में राजभाषा अधिकारी एवं कवि देवकान्त पाण्डेय ने आमंत्रित अतिथि का परिचय कराते हुए उनका स्वागत किया तथा समाज हित में उनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उनसे बातचीत की और कहा कि डॉ. पटेल जैसा व्यक्तित्व हमारे देश और समाज के लिए मार्गदर्शक और प्रेरणा का बड़ा स्रोत हो सकता है । अपने जीवन का उद्देश्य भारत को स्वस्थ, शिक्षित, समृद्ध और स्वावलम्बी बनाने की बात कहने वाले डॉ. दीनानाथ पटेल ने कहा कि भारत के गाँवों में शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य और किसानों की स्थिति में सुधार किए बिना विकसित और समृद्ध भारत की कल्पना नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, आवश्यकता उन्हें सही दिशा दिखाने और उन्हें प्रेरित-प्रोत्साहित करने की है। पर्यावरण संरक्षण, मातृभाषा में शिक्षा, अंग्रेजियत के बढ़ते दुष्प्रभावों व किसानों की स्थिति के बारे में भी उन्होंने काफी खुल के बात की । साथ ही बीच-बीच में उन्होंने अपनी हास्य-व्यंग्य की कविताएं भी सुनाईं।
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