बनकटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ हीरालाल व स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अंजनी सिंह के द्वारा मुख्य सेविकाओं को किया गया प्रशिक्षित - प्रथम 24 न्यूज़

Header Ads

बनकटी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ हीरालाल व स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अंजनी सिंह के द्वारा मुख्य सेविकाओं को किया गया प्रशिक्षित

 


तहसील ब्यूरो फरेंदा मुहम्मद साजिद खान के साथ रामकिशुन मौर्या की रिपोर्ट/

महराजगंज जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी के अधीक्षक डॉ हीरालाल और स्वास्थ शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार सिंह की उपस्थिति में एक दिवसीय विफस प्रशिक्षण ब्लाक सभागार  में हुआ। एनीमिया की व्यापकता सभी के लिये चिंता का विषय , डॉ विशाल एएनएम एवं मुख्य सेविकाओं को किया गया प्रशिक्षित।

सोमवार को फरेंदा ब्लॉक के सभागार में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत विफस कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के डॉ विशाल ने बताया कि एनीमिया की रोकथाम के लिए  जीवन चक्र आधारित रणनीति अपनाई गई है,  इसमें सभी वर्गों को  सम्मिलित किया गया है,  इस रणनीति के अंतर्गत  10 से 19 वर्ष के सभी  किशोर, किशोरियों के लिए  सप्ताहिक आयरन  फोलिक एसिड संपूर्ण कार्यक्रम  तथा 5 से 10 वर्ष के सभी बच्चों के लिए  जूनियर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। एनीमिया एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है जिसका मुख्य कारण अल्प पोषण तथा खानपान में लौह तत्व की कमी का होना है। उत्तर प्रदेश में विभिन्न आयु वर्गों में एनीमिया एक व्यापक एवं गंभीर समस्या है, एक सर्वे के अनुसार करीब 53% किशोरियां एनीमिया से ग्रसित और व्यापकता को कम करना के उद्देश्य से विफ़स कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिसमें समस्त विभागों की सहभागिता अति आवश्यक है।

काउंसलर विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किये जा रहे ब्लाक स्तरीय विफस प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार किशोर-किशोरियों में एनीमिया की रोकथाम के उद्देश्य से नेशनल आयरन प्लस इनीशिएटिव अर्थात निपी कार्यक्रम के अंतर्गत विफ़स कार्यक्रम क्रियान्वित कर रही है।10 से 19 वर्ष की किशोरावस्था अति संवेदनशील अवस्था है जिसमें किशोरों में अनेक शारीरिक मानसिक मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक परिवर्तन होते हैं इस अवधि में मन चंचल होता है तथा गलत आदतों का तेजी से अपना लेने की प्रवृत्ति भी आ जाती है। उपक्रम की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा का सहयोग लिया जा रहा है।  प्रशिक्षण में समस्त ए0एन0एम0 एवं आईसीडीएस विभाग की समस्त मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षित किया गया । ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि एनीमिया गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो स्वास्थ्य के साथ साथ शारीरिक एवं मानसिक क्षमता को विपरीत रूप से प्रभावित करती है जिस हेतु विभाग के द्वारा आयरन के दो टेबलेट नीले और गुलाबी रंग का सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़े बच्चों को दिया जाता है जिसे हेतु यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा हैं।

कोई टिप्पणी नहीं

इस पोस्ट से सम्बंधित अपने विचारों से हमे अवगत जरूर कराए

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.