निजीकरण के खिलाफ बिजलीकर्मियों का एक घंटे का विरोध सभा का कार्यक्रम जारी
वाराणसी से आर ए खान के साथ जमील अख्तर की संयुक्त रिपोर्ट
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वाराणसी विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले प्रबंध निदेशक कार्यालय भिखारीपुर पर निजीकरण के खिलाफ आज पंद्रहवें दिन भी वाराणसी के समस्त बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं ने आज शाम 4 बजे से 5 बजे तक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया । आज की विरोध सभा में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कल प्रदेश के माननीय ऊर्जा मंत्री ने ट्वीट कर प्रदेश के करोड़ों परिवारों को निर्बाध और पर्याप्त बिजली देने के लिए सभी बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं की मेहनत,लगन एवं सेवा के बल का अभिनंदन किया एवं सराहना की । वक्ताओं ने कहा कि ऐसे में जब सरकार की ही दृष्टि में बिजली कर्मचारी एवं अभियंता पूरे मनोयोग से कार्य कर निर्बाध एवं पर्याप्त बिजली दे रहे हैं तब पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जिसमें प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री का संसदीय क्षेत्र गोरखपुर भी शामिल है, की बिजली व्यवस्था के सुधार के नाम पर निजीकरण किया जाना प्रदेश की जनता के साथ सरासर धोखा है एवं जनहित में नहीं है । वर्तमान में दूरदर्शी, कर्मठ, ऐतिहासिक फैसले लेने वाला एक संत प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर है एवं बिजली अभियन्ताओं को उम्मीद है कि अभियंत्रण सेवाओं व अभियन्ताओं की दिशा व दशा सुधारने हेतु प्रदेश सरकार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के फैसले को वापस लेगी और प्रदेश हित में ऐतिहासिक कदम अवश्य उठाते हुए उ.प्र. राज्य विद्युत परिषद की पुनर्स्थापना करेगी। इससे प्रदेश सरकार के ‘‘24×7 पावर फॉर आल’’ योजना फलीभूत हो सकेगी और प्रदेश की जनता को बिजली संकट से पूर्ण रूप से निजात मिल सकेगी।
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