मधवलिया गोसदन में पांच गोवंशीय पशुओं की मौत
मृतक गोवंशीय पशुओं को पोस्टमार्ट के बाद दफनाया गया,गोसदन में पशुओं के लिए हरा चारा नहीं है उपलब्ध
रिजनल प्रभारी गोरखपुर / नसीम खान की रिपोर्ट=================================
विकास खंड क्षेत्र के गांव मैरी स्थित जिला गोसदन मधवलिया में शुक्रवार की सुबह पांच गोवंशीय पशुओं की मौत हो गई। जबकि आधा दर्जन से अधिक गोवंशीय पशु बीमार पड़े है। वही गोसदन में मृतक गोवंशीय पशुओं का पशु चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। उसके बाद गोसदन के कर्मचारियों द्वारा मृतक पशुओं को ट्राली ट्रैक्टर से जंगल के निकट ले जाकर दफना दिया गया। एक दिन में पांच गोवंशीय पशुओं की मौत के बाद जिम्मेदारों में अफरा-तफरी मची रही।
गोसदन से सटे गांव के ग्रामीण सुग्रीव,विनोद,हशमुद्दीन, कोमल, श्रीराम, वृंदावन ने बताया कि पिछले वर्ष गोसदन में गोवंशीय पशुओं की लगातार हो रही मौत के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा पशुओं की मौत पर अंकुश लगाने के लिए जिले स्तर के चिकित्सकों को शिप्ट अनुसार डिप्टी लगा दिया था। उसके बाद उच्चाधिकारियों द्वारा गोवंशीय पशुओं पर 24 घंटे नजर बनाए रखने के लिए चिकित्सकों को निर्देश दिया गया था। गौरतलब है कि कुछ समय तक गोसदन की व्यवस्था में सुधार हुआ था। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते फिर गोसदन की व्यवस्था बिगड़ती चली जा रही है।
गोवंशीय पशुओं की देख रेख के लिए तैनात पशु चिकित्सक दिलीप कुमार ने बताया कि गोसदन में मौजूद पशुओं की देख रेख और व्यवस्था को बनाये रखने के लिए 27 गौ सेवक व दो सुपरवाइजर मौजूद है।
इस समय गोसदन में कुल 924 गोवंशीय पशु मौजूद है। जिसमें से शुक्रवार की सुबह पांच पशुओं की मौत हो चुकी है। जबकि अभी भी कई पशु बीमार है।
बीमार पशुओं की इलाज किया जा रहा बहुत जल्द कई पशुओं के स्वास्थ में सुधार हो जाएगा। पशुओं के लिए गोसदन में हरे चारे का भी जल्द व्यवस्था की जाएगी।
इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ० अवध बिहारी ने बताया कि गोसदन में गोवंशीय पशुओं की मौत की जानकारी नही मिली है। अगर गोसदन में एक साथ पांच गोवंशीय पशुओं की मौत हुई है,तो जिम्मेदारों से पूछताछ की जाएगी। वही गोसदन में पशुओं को देख रेख करने के लिए शिप्ट अनुसार चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पाए उनकी जिम्मेदारी होगी।
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