स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों का किया जा रहा शोषण, शिक्षा विभाग मौन...युवा जिलाध्यक्ष:-संतोष अग्रहरी
स्कूल फीस माफ नही हुआ तो हो सकता है आंदोलन... अभिभावक मंच
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
महराजगंज
कोरोनाकाल मे ना स्कूल खुला, ना क्लास में बच्चे बैठे, ना तो शिक्षकों ने होमवर्क चेक किया, इतना ही नही, विद्यालय द्वारा होमवर्क भी नही दिया गया। मगर एडमिशन व फीस को लेकर विद्यालय के संचालनकर्ता सहित शिक्षकों को व कर्मचारियों को एडमिशन व फीस को लेकर अलर्ट कर दिया गया, और यह लोग किसी माफिया गैंग की तरह अभिभावकों पर मानसिक दबाव देकर जबरन फीस व एडमिशन शुल्क जमा करा रहे है।
स्कूल फीस व एडमिशन को लेकर उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के युवा जिलाध्यक्ष संतोष अग्रहरी, प्रांतीय संयुक्त महामंत्री सीताराम अग्रहरी, नौतनवा नगर महामंत्री विंध्याचल अग्रहरी, नौतनवा नगर अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने काफी नाराजगी दर्ज कराई, स्कूलों की दबंगई को लेकर उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के उपरोक्त सदस्यों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत भी कराया है की जब देश मे स्कूल पूरी तरह बन्द है और पढ़ाई बिल्कुल भी नही हो रहा है, तो फिर किस आधार पर स्कूलों द्वारा जबरन फीस वसूली किया जा रहा है, युवा जिलाध्यक्ष संतोष अग्रहरी ने प्रथम 24 न्यूज़ को बताया कि मई माह में ही जिला प्रशासन को स्कूल फीस छूट के लिए ज्ञापन दिया गया था मगर आजतक जिला प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नही दिया।
वही प्रांतीय संयुक्त महामंत्री सीताराम अग्रहरी ने कहा कि आज शिक्षा के मंदिर में इस तरह के कार्य शोभनीय बिल्कुल भी नही है, प्रांतीय संयुक्त महामंत्री सीताराम अग्रहरी ने यह भी कहा कि, स्कूलों द्वारा फीस व एडमिशन को लेकर लगातार अभिभावकों पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है।
कुछ अभिभावकों ने बताया कि समय से एडमिशन व फीस जमा नही करने या इसके विरोध करने पर स्कूल से निकालने की भी धमकी दिया जा रहा है।
बताते चले की शिक्षा का मंदिर आज एक व्यापार बन चुका है, इतना ही नही इस कारोबार में अब शिक्षा माफिया के तर्ज पर कार्य किया जा रहा है जिससे अभिभावक गढ़ भारी सदमे में दिख रहा है।






















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