विदेशी पर्यटकों को प्रवेश देने वाला रूपनदेही बेलहिया आव्रजन कार्यालय हुआ बीमार
PMN न्यूज़ एजेंसी
सोनौली बॉर्डर स्पेशल
रूपन्देही में बेलहिया सीमा वह स्थान है जहां से सबसे अधिक संख्या में विदेशी पर्यटक भारतीय सीमा क्षेत्र के सोनौली होते हुवे स्थल मार्ग से नेपाल पहुंचते हैं। नेपाल आने वाले विदेशी पर्यटकों को कार्यालय के कर्मचारियों और प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पर्यटक सेवाएं प्राप्त करने के लिए लंबी कतारों में इंतजार करते हैं और नेपाल के बारे में नकारात्मक धारणा लेकर लौटते हैं।
पर्यटन पेशेवर आशा गुरुंग का कहना है कि, लुम्बिनी में आस्था रखने वाले बौद्ध पर्यटकों के प्रति अधिक संवेदनशीलता दिखाई जानी चाहिए। गुरु आमतौर पर सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करते हैं। दोपहर में आव्रजन कार्यालय आए गुरुओं ने शिकायत की कि स्टाफ की कमी और पर्यटकों की कतार के कारण रात 9 बजे से 11 बजे तक देरी हुई। गुरुओं को देरी के कारण अपना वाहन वापस लौटाए जाने का भी कड़वा अनुभव है। अंतर्राष्ट्रीय बुद्ध सर्किट के अंतिम गंतव्य माने जाने वाले लुम्बिनी आने वाले पर्यटकों की आशा बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी के दर्शन करने की होती है, लेकिन पर्यटन क्षेत्र में काम करने के प्रति सरकार की उदासीनता के कारण पर्यटन क्षेत्र में ज्यादा प्रगति नहीं हो पाई है।
एक कार्यक्रम में जब संघीय पर्यटन मंत्री बद्री पांडेय बेलहिया स्थित आव्रजन कार्यालय के नए भवन का निरीक्षण करने आए तो व्यापारियों ने स्टाफ की कमी की शिकायत की। उन्होंने यहां तक कहा कि आव्रजन कार्यालय का मामला गृह मंत्रालय का है। यद्यपि मंत्री पाण्डेय ने कुछ समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है, लेकिन वे समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं।
वर्तमान में बेलहिया स्थित आव्रजन कार्यालय में कुल 11 कर्मचारी काम कर रहे हैं। पांच लोगों को कार्यालय काउंटर पर 24 घंटे काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। चारों काउंटरों पर कर्मचारियों को शिफ्ट में काम करना होगा। आव्रजन कार्यालय को अक्सर एक या दो लोगों के साथ ही काम करना पड़ता है। पर्यटक किसी भी समय आ सकते हैं। 8 घंटे की शिफ्ट होने पर भी काउंटर पर 12 लोग काम करने चाहिए, लेकिन यहां 5 लोग इसे चलाने को मजबूर हैं। बेलहिया स्थित आव्रजन कार्यालय के सूचना अधिकारी पुकार श्रेष्ठ ने कहा।
आव्रजन कार्यालय वर्ष के 365 दिन, 24 घंटे खुला रहता है। पर्यटक यहां किसी भी समय आ सकते हैं। पर्यटकों को वीजा जारी करने जैसे कागजी कार्य पूरा करना कर्मचारी की जिम्मेदारी है। बेलहिया सीमा पार करना नेपाल में स्थल मार्ग से आने वाले पर्यटकों के लिए सबसे लोकप्रिय प्रवेश बिंदु है। इसी प्रकार, आव्रजन कार्यालय के अनुसार, त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद इस सीमा पार से सबसे अधिक पर्यटक आते हैं, जहां देश में सबसे अधिक पर्यटक आते हैं।
बेलहिया स्थित आव्रजन कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, 2018 में कुल 166,235 लोग आये। इसी प्रकार 2019 में 161,691 पर्यटक आये। कोरोनावायरस महामारी के कारण 2020 में पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई है। कुल 43,367 लोग आए हैं, जबकि 2021 में 812 लोग आए हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते वैश्विक प्रभाव के बावजूद, कुछ पर्यटकों के आगमन में वृद्धि होने लगी है, फरवरी 2022 में 20,220 पर्यटक आए। 2023 में 81,551 विदेशी पर्यटक आये। इसी प्रकार, 2024 में 92,644 पर्यटक नेपाल आये।
आव्रजन कार्यालय के अनुसार, 2024 में सबसे अधिक पर्यटकों वाले शीर्ष पांच देशों की सूची पर गौर करें तो इस वर्ष सबसे अधिक पर्यटक 26,577 श्रीलंका से आए। इसी प्रकार, थाईलैंड से 21,397, म्यांमार से 11,422, वियतनाम से 7,484 और दक्षिण कोरिया से 3,804 पर्यटक आये हैं।
रूपन्देही जिले के आव्रजन कार्यालय के अनुसार, जनवरी से दिसंबर 2024 तक 120 से अधिक देशों के कुल 92,644 पर्यटक भारत के रास्ते जमीन के रास्ते पहुंचे।
सूचना अधिकारी पुकार श्रेष्ठ का कहना है कि पर्यटकों की आमद को देखते हुए चार कर्मचारियों के लिए 24 घंटे काम करना मुश्किल है। श्रेष्ठ ने शिकायत करते हुए कहा, "हमें अपना कार्यालय चलाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है और एक व्यक्ति अभी भी छुट्टी पर है।" अन्य सरकारी कार्यालयों में कार्यालय समय से अधिक काम करने पर अतिरिक्त शुल्क और भत्ते लगते हैं, लेकिन यहां चार कर्मचारी अपना समय बांटकर 24 घंटे कार्यालय में सभी पर्यटक प्रक्रियाएं पूरी करते हैं और वीजा जारी करते हैं।
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