पशुओं की निर्ममता के वीडियो वायरल बाद भाजपाइयों ने सोनौली गौशाला घेरा, इलाज के अभाव में गायों की दुर्दशा - प्रथम 24 न्यूज़

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पशुओं की निर्ममता के वीडियो वायरल बाद भाजपाइयों ने सोनौली गौशाला घेरा, इलाज के अभाव में गायों की दुर्दशा


सोनौली महराजगंज।

नगर पंचायत सोनौली द्वारा वित्त पोषित सुभाष नगर वार्ड नम्बर 9 में स्थित गौशाला से आये दिन गौ के मरने की लगातार वीडियो वायरल हो रही थी, वही स्थानीय लोगों का कहना था कि, गौशाला में गायों को ना भूसा दिया जाता है ना ही अन्य चारे के प्रबंध है, मौके पर आधा दर्जन पशु की स्थिति बेहद गंभीर बताया जा रहा है, जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने गौशाला पहुच गायो की यथा स्थिति का जायजा लिया।

जानकारी देते चले कि, नगर पंचायत सोनौली की लापरवाही से अबतक कई दर्जन गायों की मौत हो चुकी है, मृत गायों को ठिकाने लगाने में महारथ हासिल कर चुकी नगर पंचायत सोनौली की काल गुजारी का पोल तब खुल गया जब एक के बाद एक कई वीडियो वायरल होने लगे, जानकारी के मुताबिक मृत गायों को पहले मृत गायों को फरेंदी गांव के पास डंडा नदी के किनारे ठिकाने लगाया जाता था, बाद में नौतनवा नगर पालिका के पास डंडा नदी के किनारे ठिकाने लगाने का मामला भी प्रकाश में आ चुका है। लगातार गायो की मौत को लेकर भाजपा नेताओं ने गौशाला पहुच जानकारी लिया तो कई चौकाने वाले मामले सामने आये जिसे अबतक छिपाया जा रहा था।

भाजपा नेताओं में प्रेम जायसवाल, हरिनारायण लोधी, राजकुमार गुप्ता, धर्मेन्द्र जायसवाल की अगुवाई में दर्जनों भाजपाइयों ने आज शनिवार को दोपहर 11:30 बजे के लगभग गौशाला पहुच कर जब गायों की यथा स्थिति देखी तो सभी लोग बिफर पर, दुर्दशा देख कई लोग आहत नजर आएं, वही गौशाला के चारागाह में ना तो पानी नजर आया ना ही चारा, वही भाजपाइयों ने जब सख्ती दिखाई तो गौशाला में कर्मचारियों ने चारा गोदाम खोला, जिसके बाद लोगो ने स्वयं ही चारा और पानी गायो को दिया।

इस मौके पर कई गायो एवं बछड़ो की स्थिति बेहद दयनीय देखी गई, बीमार गायो के इलाज के सम्बंध में जब परखा गया तो ज्ञात हुआ कि जिनके ऊपर गायो की इलाज का दारोमदार है वह डॉक्टर जिला मुख्यालय है। वही इलाज के अभाव में गाय तड़प रही थी, इस बात पर भाजपा नेताओं ने मौके पर पहुचे बड़े बाबू संजय श्रीवास्तव से अपनी नाराजगी जाहिर करते हुवे तत्काल इलाज का प्रबन्ध कराने को कहा।

विदित हो कि, सन 2019 में 14 अक्टूबर को गौ माता का श्राप ऐसा लगा कि, 2010 बैच के आईएएस अमरनाथ उपाध्याय को निलंबन का मुंह देखना पड़ा था: जानिए इस खबर में

पहली बार अमरनाथ को जैसे ही महराजगंज जिले की कमान मिली, वह भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गये। सीएम के सबसे प्रिय प्रोजेक्ट गऊ माता के चारा तक को उन्होंने नहीं छोड़ा और उसे भी चुरा लिया। 328 एकड़ बेशकीमती जमीनों को चहेतों के नाम कौड़ियों के मोल बांट डाला। सीएम ने जब गोरखपुर के मंडलायुक्त से जांच करायी तो आरोप सच मिले और फिर खूंखार नतीजा सबके सामने आ गया था।

महराजगंजः मधवलिया गोसदन के चारा घोटाले में निलंबित डीएम अमरनाथ उपाध्याय के काले-कारनामों और भ्रष्टाचार की जाँच करने 2019 के तत्कालीन वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक लखनऊ से महराजगंज पहुंचे। जहां उन्होनें पहुंचते ही घपलेबाजों की क्लास लगानी शुरू कर दी। नायक के तेवरों से अमरनाथ के सहयोगियों में हड़कंप मच गया था, 

जांच में खुलासा हुआ कि, गौ-माता के चारा घोटाले और साढ़े तीन सौ एकड़ ज़मीन की हेरा-फेरी में पूर्व जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को योगी सरकार ने निलंबित कर दिया था, भ्रष्टाचारी प्रमोटेड आईएएस अमरनाथ उपाध्याय पर तस्करों से साँठ-गाँठ कर 1600 गायों की तस्करी नेपाल, बिहार, असम और पश्चिम बंगाल में कराने का आरोप भी लगा था। 1600 गायें मौजूद नहीं फिर भी चारा, दवाइयों व अन्य सामग्रियों के नाम पर आने वाले सरकारी धन का ग़बन क़रते रहे।

पूर्व में आईएस अफसर और तत्कालीन जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय के विरुद्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर मधवलिया गौ सदन में चारा- के घोटाले में भारी अन्यमित्तता और भृष्टाचार की जाँच सीएम ने गोरखपुर के मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर से कराई थी  जाँच में दोषी पाये जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ज़ी के निर्देश पर तत्कालीन जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को 14 अक्टूबर 2019 को निलंबित कर दिया गया था।

पुनः फ़िर वही पाप नगर पंचायत सोनौली के पदस्त लोगो की मिलीभगत से किया जा रहा है। अब सवाल यह है कि, क्या बेज़ुबान पशुओं के साथ न्याय होगा या फ़िर मौत का खेल इसी प्रकार निरंतर खेला ही जाएगा।

इस मौके पर आशीष तिवारी, हरेन्द्रजायसवाल, सागर विश्वकर्मा, सुभाष यादव सहित तमाम कार्यकर्ता एवं नगर के लोग उपस्थित रहे।

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