सोनी समाज की महिलाओ ने बछ बारस की पूजा अर्चना व व्रत रखकर कथा का पाठ किया
संवाददाता:रणजीत जीनगर
सरूपगंज: इसे गोवत्स द्वादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत को खासतौर पर महिलाएं अपनी संतान की लम्बी आयु के लिए एवं जिन महिलाओं के संतान नहीं होती वह संतान प्राप्ति की इच्छा से इस व्रत को करती है।
मान्यता है कि इस दिन बछ बारस की पुजा करने के साथ व्रत कथा पढ़ने और सुनने से व्रत का फल दोगुना प्राप्त होता है। इस अवसर पर सवितादेवी सोनी,कलावतीदेवी सोनी,रसीलादेवी सोनी,सावित्रीदेवी सोनी,संगीतादेवी सोनी,टीना सोनी,शीतल सोनी,रिंकू सोनी,रूपल सोनी,आशा सोनी,शिखा सोनी,गुड़ियादेवी प्रजापत,शोभादेवी प्रजापत,रेखादेवी प्रजापत,रमिला माली,विद्या माली,मंजु देवी आदि महिलाएं उपस्थित रही ।
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